जीवा में आयुर्वेद पढ़ेगा जापानी छात्रों का दल

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Faridabad News, 24 Sep 2018 : सेक्टर 21बी स्थित जीवा आयुर्वेद संस्थान में जापानी छात्रों का एक दल सात दिनों के लिए भारत आया है। ये सभी जापानी छात्र जीवा आयुर्वेद संस्थान में ‘आयुर्वेद एंड ब्यूटी कोर्सÓ का प्रशिक्षण लेंगे। इस दल का नेतृत्व चीए मोबू कर रही हैं।

इन विदेशी छात्रों ने विद्यालय का अवलोकन किया एवं अध्ययन पद्घति के विषय में जाना। वे अपने कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने के लिए मंदिरों के दर्शन भी करेंगे। उनको व्यायाम के महत्व तथा दिनचर्या के नियमों से अवगत कराना भी इस कार्यक्रम में शामिल है। सभी छात्रों को आयुर्वेदिक तरीके से भोजन बनाना एवं ग्रहण करना भी सिखाया जाएगा। इन्हें आयुर्वेद की कई प्रमुख विषयों जैसे नेत्र वस्ति, पोटली मसाज, आयुर्वेदिक तरीके से बालों की देख-रेख करना इत्यादि विषयों से अवगत कराया जाएगा। उनके प्रतिदिन के कार्यक्रम में योगाभ्यास भी शामिल है, जिसका ज्ञान उन्हें योगाचार्य डॉ. अरुण त्यागी देंगे।

विदेशी अतिथियों को भारतीय परिधानों में विशेष रूचि होती है। इसलिए सभी छात्र भारतीय परिधानों की खरीदारी भी करेंगे। जापानी अतिथियों को आयुर्वेद के माध्यम से शारीरिक कठिनाइयों से लड़ने का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्हें डॉ. कुलदीप सोलंकी आयुर्वेद के विभिन्न तथ्यों की जानकारी देंगे, पंचकर्मा के लिए डॉ. राहुल त्यागी सभी अतिथि छात्रों को जानकारी देंगे तथा संयोजक के रूप

में ललित, अनिल एवं निधि इन विदेशी छात्रों का पूरा ध्यान रखेंगे व काजल चौहान इस पूरे कार्यक्रम की हैड रहेंगी।
संस्थान के निदेशक ऋषिपाल चौहान ने कहा कि भारतीय संस्कृति में स्वस्थ शरीर को बहुत महत्ता दी जाती है। भारत में प्राचीन काल से ही आयुर्वेद के द्वारा अनेक असाध्य रोगों का निवारण किया जाता है, क्योंकि आयुर्वेद में केवल रोग का इलाज नहीं किया जाता, बल्कि उसके कारण को जानकर रोग को जड़ से समाप्त किया जाता है। प्राचीन काल से ही भारत में अनेक महान एवं प्रसिद्ध आयुर्वेद के ज्ञाता रहे हैं, जिन्होंने आयुर्वेद के द्वारा अनेक असाध्य रोगों का निवारण किया है। आज भी भारत अपनी आयुर्वेदिक चिकित्सा परंपरा के लिए जाना जाता है। इस परंपरा को जीवा आयुर्वेद संस्थान ने और अधिक प्रोत्साहन दिया है, क्योंकि जीवा आयुर्वेद संस्थान के डायरेक्टर डॉ. प्रताप चौहान विश्व के अनेक देशों में अपने आयुर्वेद शिविर का आयोजन करते हैं, जिससे प्रेरित होकर एवं स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के लिए अनेक विदेशी अतिथि भारत आते हैं और जीवा के आयुर्वेदिक संस्थान आकर आयुर्वेद शिक्षा पद्धति को जानना और सीखना चाहते हैं। इसी क्रम में यह छात्र भी आने वाले सात दिनों के लिए आयुर्वेंर्द के अनेक विषयों से अवगत होंगे। इस अवसर पर विद्यालय की उपाध्यक्ष चंद्रलता चौहान के नेतृत्व में सभी अतिथियों का परंपरागत एवं भव्य स्वागत किया।

 

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