Faridabad News, 29 Nov 2018 : विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), भारत सरकार द्वारा पोषित और समर्थित न्यूजन इनोवेशन एंड एंटरप्रेनरशिप डेवलपमेंट सेंटर (NewGen IEDC) के सलाहकार बोर्ड की एक बैठक मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज MRIIRS में आयोजित की गई थी।
NewGen IEDC छात्रों की स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने और व्यावसायीकरण चरण में अपने नवाचारों को आगे बढ़ाने के लिए MRIIRS में भारत सरकार द्वारा प्रायोजित एक पहल है। यह प्रारंभिक वित्त पोषण सहायता प्रदान करके प्रोटोटाइप के विचार की यात्रा में तेजी लाने पर काम करता है। मानव रचना कैंपस में छात्र / छात्राओं की टीमों को डीएसटी अनुदान से 2.5 लाख (प्रति स्टार्ट उप) तक की सहायता प्रदान करता है।
डॉ एन सी वाधवा, कुलपति , MRIIRS और सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष ने सदस्यों का स्वागत किया और विश्वविद्यालय में नवाचार और स्टार्ट-अप की पर्यावरण प्रणाली बनाने में उनके समर्थन के लिए डीएसटी और ईडीआईआई के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। बोर्ड का प्रतिनिधित्व श्री नवदीप चावला, अध्यक्ष, फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (उद्योग से) और श्री सुबोध कौशिक, पूर्व महा प्रबंधक और सलाहकार – पंजाब नेशनल बैंक के द्वारा किया जाता है। इस अवसर पर मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के अध्यक्ष डॉ प्रशांत भल्ला, उपाध्यक्ष डॉ अमित भल्ला, एवं प्रबंध संचालक मानव रचना शैक्षणिक संस्थान तथा कुलपति मानव रचना विश्वविद्यालय डॉ संजय श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।
डॉ नवीन वशिष्ट , डीएसटी उम्मीदवार और प्रोफेसर एस बी सरीन, EDII अहमदाबाद नामांकित के द्वारा मानव रचना में 12 प्रौद्योगिकी संचालित स्टार्ट-अप की समीक्षा और सराहना की गई| बैठक के दौरान अगले वर्ष की कार्य योजना का भी विश्लेषण किया गया था। बोर्ड ने स्थानीय उद्योग की समस्याओं और मानव रचना द्वारा अपनाए गए पांच गांवों के समाधान के लिए छात्रों को प्रेरित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
बोर्ड के सचिव, NewGen IEDC के मुख्य समन्वयक डॉ मोनिका गोयल ने बताया कि डॉ प्रदीप वार्षणे, डॉ बिन्दु अग्रवाल, डॉ अमित सेठ और श्री करण नरूला द्वारा शामिल NewGen IEDC की टीम छात्रों के व्यापारिक विचार को आकार देने पर अथक काम कर रही है।। उन्होंने आगे कहा: “हम शैक्षणिक वातावरण के भीतर युवा दिमाग और उनकी नवीन क्षमता का उपयोग करने के लिए सरकार की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं”।
यह एक विचारणीय विषय है की विगत वर्ष में मानव रचना NewGen IEDC ने कई ऐसी योजनाओं पे कार्य किया है जिनके माध्यम से नयी तकनीक एवं उद्यमिता को काफी बढ़ावा मिला है।
Naturoplast मानव रचना NewGen IEDC के अंतर्गत स्थापित एक ऐसा स्टार्ट उप रहा है जिसने एक छोटे से विचार से एक स्टार्ट उप बनने तक का सफर तय किया तथा इसके मेंटर लखविंदर कौर ने इसके रोचक सफर का पूर्ण रूप से विश्लेषण दिया।
साहिल तंवर और मुकुल फोगा, Thapkrida स्टार्ट अप पर काम कर रहे छात्र हैं, जिन्होंने तीन गेम विकसित किए हैं और उन्हें पिछले छह महीनों में Google playstore और सेब ऐपस्टोर पर प्रकाशित किया है, उन्होंने कहा कि उन्हें वांछित सर्वोत्तम तकनीकें मिलीं, जिनमें सॉफ़्टवेयर लाइसेंस, संपत्तियां, प्लग- इन्स, अन्य उपकरण और कार्यालय की जगह की भी सुविधा मिली जिसने उन्हें मनवांछित गति से काम करने में मदद मिली। टीम को केंद्र से विभिन्न व्यावसायिक रणनीतियों और वित्तीय विकास के बारे में भी सलाह मिली।