फरीदाबाद: पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा द्वारा आपराधिक वारदातों में संलिप्त आरोपियों की धरपकड़ के लिए दिए गए दिशा निर्देश के तहत कार्य करते हुए क्राइम ब्रांच 48 प्रभारी राकेश सिंह की टीम ने तत्परता, साहस और बुद्धिमता का परिचय देते हुए आरोपियों द्वारा साजिश के तहत एक ऑटो चालक का अपहरण कर फिरौती मांगने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया तथा पीड़ित को सकुशल वापिस लाई।
गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम फेरू है जो उत्तर प्रदेश की शिकोहाबाद तहसील के नंगला नयाहरिया गांव का रहने वाला है और फिलहाल हिमाचल प्रदेश की मंडी में स्थित जोगिंदर नगर इलाके में रह रहा था।
अपहरण की इस साजिश में आरोपी का जीजा रिंकू तथा दो अन्य साथी भी शामिल है जिनकी पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है और उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
वारदात का मास्टर माइंड मुख्य आरोपी रिंकू है जिसने फरीदाबाद के राहुल नगर निवासी ऑटो चालक राजीव का दिनांक 4 जनवरी को अपहरण किया था। आरोपी रिंकू ऑटो चालक को पहले से जानता था। आरोपी रिंकू ने अपने साथियों के साथ मिलकर ऑटो चालक का अपहरण करने की योजना बनाई। चूंकि फेरू हिमाचल में रहता था तो पुलिस द्वारा वहां पर जल्दी पकड़ में आने का डर नहीं था इसलिए आरोपी रिंकू ने राजीव का अपहरण कर पैसे फेरु के अकाउंट में मंगवाने का प्लान बनाया। आरोपी द्वारा राजीव के परिजनों से धीरे धीरे करके कई किश्तों में करीब 5 लाख रुपए की फिरौती वसूलने की योजाना थी।एक बार पैसा मिलने के बाद दूसरी बार और ज्यादा पैसे मांगना चाहते थे।
योजना के तहत आरोपी रिंकू ने ऑटो चालक राजीव को बस स्टैंड बल्लभगढ़ बुलाया और उसके ऑटो को किराए पर करके उसके साथ बैठकर शिकोहाबाद तहसील स्थित अपने गांव असरौली ले गया। वहां पर रिंकू के गांव के दो अन्य साथियों ने राजीव को एक मकान में रस्सियों से बांध दिया। उसके अगले दिन आरोपी रिंकू ने राजीव के फोन से ही उसकी पत्नी को फोन किया और उसे बताया कि उन्होंने राजीव का अपहरण कर लिया है यदि वह अपने पति की जान की सलामती चाहती है तो एक घंटे में उनके बैंक अकाउंट में 25 हजार रूपए जमा करवा दे और इसके लिए उसने अपने साले फेरू का अकाउंट नंबर उसे दे दिया। राजीव की पत्नी ने इसकी सूचना थाना एसजीएम नगर, चौकी न 3 में दी। शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ षडयंत्र के तहत अपहरण करने की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलाश शुरू की।
पुलिस प्रवक्ता सुबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस आयुक्त महोदय ने इस मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए डीसीपी क्राइम को वारदात में संलिप्त आरोपियों की धरपकड़ के आदेश दिए थे। डीसीपी क्राइम नरेन्द्र कादियान के निर्देश पर एसीपी क्राइम सुरेंद्र स्योराण के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच सेक्टर 48 प्रभारी राकेश के नेतृत्व मे टीम का गठन किया गया। क्राइम ब्रांच टीम ने आरोपियों की धरपकड़ की रणनीति बनाई।
रास्ता बहुत लंबा था और समय बहुत कम। ऑटो ड्राइवर की जान भी बचानी थी और आरोपियों को गिरफ्तार भी करना था
48 सेक्टर प्रभारी ने सूझबूझ से कार्य करते हुए एक टीम हवलदार सतबीर की अगुवाई में शिकोहाबाद भेजी। टीम को सुत्रो से पता चला की आरोपी फेरू हिमाचल में है। आरोपी फेरु के पता लगते क्राइम ब्रांच प्रभारी ने वहां के लोकल थाना से संपर्क करके उन्हें सारी बात बताई जिन्होंने सूचना के आधार पर मात्र 40 मिनट में जाकर आरोपी फेरू को मौके से काबू कर लिया।
वहीं दूसरी ओर राजीव को बचाने के लिए गठित की गई पुलिस टीम ने गुप्त सूत्रों की सहायता से राजीव का शिकोहाबाद में होने के बारे में पता लगाया तथा उसकी जान की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बिना देरी किए पुलिस टीम ने सूचना के आधार पर शिकोहाबाद से राजीव को सकुशल बरामद कर लिया।
आरोपी मौका पाकर पुलिस के आने से पहले ही राजीव का मोबाइल और ऑटो लेकर वहां से फरार हो गए। क्राइम ब्रांच की टीम ऑटो ड्राइवर राजीव को लेकर फरीदाबाद आई। राजीव को सकुशल पाकर उसके परिजनों ने पुलिस टीम द्वारा किए गए सराहनीय कार्य के लिए उनका तहे दिल से धन्यवाद किया।
क्राइम ब्रांच की टीम हिमाचल पुलिस द्वारा काबू किए गए आरोपी फेरू को लेने हिमाचल पहुंची और आरोपी को काबू करके फरीदाबाद लेकर आई। पूछताछ में आरोपी ने बताया की उसके जीजा आरोपी रिंकू ने राजीव के अपहरण की योजना बनाई थी जिसके तहत उन्होंने फेरू के अकाउंट में पैसा डलवाने की बात उसकी पत्नी से कही थी। पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपी को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया। आरोपी फेरू के जीजा मुख्य आरोपी रिंकू तथा दो अन्य साथियों को तलाश जारी है उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।