Faridabad News : स्वामी सुदर्शनाचार्य वेद वेदांग संस्कृत महाविद्यालय में सविधि उपाक्रम का आयोजन हुआ जिसमें बटुकों (संस्कृत विद्यार्थियों) का गुरुकुल पद्धति में केश लोचन व अन्य विधियां कराइ गयी। इस उत्सव का अर्थ विश्व को दिशा देने के लिए संकल्प लेना होता है।
महाविद्यालय के चेयरमैन श्रीमद जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने सभी बटुकों को आशीर्वाद एवं उपहार प्रदान किए। स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज के निर्देशन में स्वामी सुदर्शनाचार्य वेद वेदांग संस्कृत महाविद्यालय का संचालन जनहित सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किया जाता है जहां सभी विद्यार्थियों के पढऩे-लिखने, संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेल-कूद, खानपान व रहने की निशुल्क व्यवस्था है।
यह महाविद्यालय सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी से प्रथमा से शास्त्री तक एवं महाऋषि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेदविद्या प्रतिष्ठान, उज्जैन से सात वर्ष के वेद अध्ययन के लिए मान्यता प्राप्त है। जहां अपने बच्चों को प्रवेश दिलाने के लिए बड़ी संख्या में परिजनों में इच्छा देखी जाती है। यहां उपाक्रम का आयोजन कर बच्चों को नए जीवन की शुरुआत करवाई गई। उपाक्रम में बच्चों को केश लोचन कर अंगवस्त्र एवं दांडी धारण करवाई जाती है। उन्हें समाज के सेवार्थ शिक्षा लेने का व्रत दिलवाया जाता है। तभी संस्कृत और वेद का शिक्षण प्रारंभ होता है। उपाक्रम विधि के अंतर्गत ही यज्ञ के उपरांत सभी छात्रों ने स्वामीजी से आशीर्वाद भी प्राप्त किया।