Faridabad News : आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर डबुआ कालोनी में चल रहे पंचकल्याणक महोत्सव में आज का दिन अति महत्वपूर्ण रहा। रविवार को आदिनाथ भगवान का जन्मकल्याणक मनाया गया। जिसमें हजारों श्रृद्धालुओं ने पर्व का आनंद लिया। इस मौके पर युवा मण्डल के अध्यक्ष निर्मेश जैन एवं उनके सहयोगियों के सानिध्य में विशाल शोभा यात्रा निकाली गयी। जो नगर के विभिन्न बाजारो से होती हुई मंदिर परिसर के पास बने पाण्डुशिला स्थान पर पहुंची। इस शोभा यात्रा में जयपुर से मंगाये गये हाथी पर आदिनाथ भगवान की प्रतिमा विराजमान थी, 12 घुडसवारो पर सजातिय लोग अगवानी कर रहे थे। पांच रथ , आठ बग्गी एवं पांच बैंड इस शोभा यात्रा में शामिल थे।आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर डबुआ कालोनी में चल रहे पंचकल्याणक महोत्सव में आज का दिन अति महत्वपूर्ण रहा। रविवार को आदिनाथ भगवान का जन्मकल्याणक मनाया गया। जिसमें हजारों श्रृद्धालुओं ने पर्व का आनंद लिया। इस मौके पर युवा मण्डल के अध्यक्ष निर्मेश जैन एवं उनके सहयोगियों के सानिध्य में विशाल शोभा यात्रा निकाली गयी। जो नगर के विभिन्न बाजारो से होती हुई मंदिर परिसर के पास बने पाण्डुशिला स्थान पर पहुंची। इस शोभा यात्रा में जयपुर से मंगाये गये हाथी पर आदिनाथ भगवान की प्रतिमा विराजमान थी, 12 घुडसवारो पर सजातिय लोग अगवानी कर रहे थे। पांच रथ , आठ बग्गी एवं पांच बैंड इस शोभा यात्रा में शामिल थे।
इसके अलावा हजारो की तादात में महिला, बच्चे और बुजुर्गो जैन धर्म के नारे लगाते हुए चल रहे थे। जन्म कल्याण जन्म के बाद धीरज प्रतिष्ठा चार्य ने आदिनाथ की प्रतिमा को अपने हाथो में लिया। पाण्डुशिला पर आदिनाथ भगवान की रचना का सैकडो लोगों ने अभिषेक किया। तत्पश्चात मुनिश्री मंगलानंद ने अपने प्रवचनो में कहा कि आत्मा शरीर में होती है किन्तु दिखाई नहीं देती। इसका अर्थ यह नहीं कि हम आत्मा के अस्तित्व से इंकार कर दे। उन्होंने शरीर और आत्मा के सम्बंध के बारे में विस्तार से बताया। मंदिर परिसर में आये हुए श्रृद्धालुओ के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर भी आयोजित किया गया जिसमें सैकडो लोगों ने शूगर, बीपी की जांच करवायी। एक्यूप्रेशर से रोग ठीक करने का तरीका भी सीखा। सोमवार को विशाल कवि सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।