Faridabad News, 14 Aug 2019 : जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद की हीटिंग, वेंटिलेशन, एयर कंडीशनिंग और रेफ्रिजरेटिंग (एचवीएसी) के क्षेत्र में प्रशिक्षण और वैज्ञानिक अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिए उन्नत उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने की योजना है।
यह जानकारी कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने विश्वविद्यालय में कम्युनिटी कॉलेज ऑफ स्किल डेवलपमेंट में इंडियन सोसाइटी ऑफ हीटिंग, रेफ्रिजरेटिंग और एयर कंडीशनिंग इंजीनियर्स (आईएसएचआरएई) के स्टूडेंट्स चैप्टर का शुभारंभ अवसर पर दी। इस अवसर पर कुलसचिव डाॅ. राज कुमार, कालेज के प्राचार्य डाॅ. संजीव गोयल, उप प्राचार्य डाॅ. रश्मि पोपली, आईएसएचआरएई गुरूग्राम चैप्टर के अध्यक्ष संजय हंस, सचिव ग्लोरी श्रीवास्तव, स्टूडेंट एक्टीविटी चेयर सुमित कुमार और अरूण कुमार भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर बोलते हुए कुलपति ने कहा कि औद्योगिक आवश्यकता के अनुरूप विशिष्ट तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त इंजीनियर्स तैयार करना वाईएमसीए संस्था की एक मजबूत विरासत का हिस्सा रहा है और इस विरासत को आगे ले जाने के लिए विश्वविद्यालय को पहल करने की आवश्यकता है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि विश्वविद्यालय में एचवीएसी और रेफ्रिजरेटिंग के लिए एक उन्नत उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने की संभावनाओं पर कार्य करें। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा एचवीएसी और रेफ्रिजरेटिंग टेक्नोलॉजी में उन्नति को लेकर राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि सम्मेलन के माध्यम से इस परियोजना की व्यवहार्यता पर संबंधित क्षेत्र के पेशेवरों और शिक्षाविदों के साथ चर्चा की जा सकती है।
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के पास भूतपूर्व विद्यार्थियों का एक मजबूत आधार है जो भारत और विदेशों की अग्रणी रेफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग कंपनियों में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं और विश्वविद्यालय के लिए बड़ी संपत्ति हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिष्ठित रेफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग कंपनियों का नेतृत्व कर रहे भूतपूर्व विद्यार्थी विश्वविद्यालय के शैक्षणिक विकास और उन्नति में बड़ायोगदान दे सकते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि आईएसएचआरएई के स्टूडेंट्स चैप्टर की शुरूआत संबंधित क्षेत्र में विद्यार्थियों के ज्ञानवर्धन में फायदेमंद साबित होगी। एचवीएसी एंड रेफ्रिजरेटिंग का उन्नत केन्द्र स्थापित करने के लिए कुलपति के दृष्टिकोण का समर्थन करते हुए यूनीवल्ड प्रोडक्ट्स के कंट्री हेड श्री अरुण कुमार ने रेफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग की जांच से संबंधित अमेरिका निर्मित उन्नत उपकरण विश्वविद्यालय को देने की पेशकश की। ये उपकरण विद्यार्थियों को किसी परियोजना क्षेत्र में स्थापित किये जाने वाले एयर-कंडीशनिंग की सही आवश्यकता को मापने में सक्षम बनायेंगे।
कालेज की उप प्राचार्य डॉ. रश्मि पोपली ने बताया कि 1981 में नई दिल्ली में स्थापित इंडियन सोसाइटी ऑफ हीटिंग, रेफ्रिजरेटिंग और एयर कंडीशनिंग इंजीनियर्स (आईएसएचआरएई) एचवीएसी और रेफ्रिजरेटिंग पेशेवरों का एक समूह है, जिससे लगभग 29 हजार पेशेवर तथा विद्यार्थी जुड़े हुए है। देशभर में इसके 42 चैप्टर तथा सब चैप्टर है। यह हीटिंग, वेंटिलेशन, एयर कंडीशनिंग और प्रशीतन इंजीनियरिंग और संबंधित सेवाओं की उन्नति के लिए काम करता है और व्याख्यान, कार्यशालाओं, प्रकाशनों और एक्सपोजिशन के माध्यम से प्रशिक्षण और ज्ञान प्रदान करता है। यह विद्यार्थियों को कैरियर मार्गदर्शन और वित्तीय सहायता भी देता है और उन्हें वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए प्रोत्साहित करता है।