Faridabad News, 29 Nov 2020 : अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे 30 नवंबर, 2020 को महान वैज्ञाानिक जगदीश चंद्र बोस की 162वीं जयंती के उपलक्ष्य में जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद में जगदीश चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। जगदीश चंद्र बोस की प्रतिमा को विज्ञान के लिए उनके योगदान के शिलालेख के साथ कुलपति सचिवालय के सामने स्थापित किया जा रहा है।
इस संबंध में कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि जगदीश चंद्र बोस को देश के सबसे बड़े अंतःविषय वैज्ञानिक के रूप में स्वीकार किया जाता है। वह रेडियो और वायरलेस संचार के जनक थे और यह साबित करने वाले पहले वैज्ञानिक थे कि पौधों में भी जीवन होता है। आधुनिक विज्ञान के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों को मान्यता देते हुए राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2018 में वाईएमसीए विश्वविद्यालय का नाम इस महान वैज्ञानिक के नाम पर रखा गया था। उनकी जयंती को धूमधाम से मनाने के लिए विश्वविद्यालय ने विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया है जिसमें इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओेटी) पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और आईओेटी स्टार्ट-अप चैलेंज शामिल हैं।
प्रो. सहस्रबुद्धे आईओटी पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में मुख्य-नोट वक्ता होंगे। इस अवसर पर विज्ञान भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव जयंत सहस्रबुद्धे विशिष्ट अतिथि रहेंगे।
इस अवसर पर प्रो. सहस्रबुद्धे विश्वविद्यालय परिसर में कौशल विकास सामुदायिक महाविद्यालय (सीसीएसडी) के नवनिर्मित बहुमंजिला भवन का उद्घाटन भी करेंगे। लगभग 3.75 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित सीसीएसडी बहुमंजिला इमारत का निर्माण 1600 वर्ग फुट के क्षेत्र में किया गया है, जिसमें 12 क्लासरूम, तीन लैब और एक कॉन्फ्रेंस हॉल शामिल हैं। यह भवन सामुदायिक महाविद्यालय के चल रहे पाठ्यक्रमों की आवश्यकता को पूरा करेगा, और इस भवन के भूतल पर सिविल इंजीनियरिंग की नई प्रयोगशालाएँ भी विकसित की जाएंगी।