Faridabad News, 12 Sep 2018 : कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अभिलक्ष लिखी ने कहा कि किसान फसल कटाई के बाद अवशेषों को आग लगाकर नष्ट न करें, अपितु किसान इन फसल अवशेषों को कम्पोस्ट खाद या मृदा में मिलाकर जैविक कार्बन की मात्रा में वृद्धि कर भूमि के भौतिक व रसायनिक गुणों में सुधार कर सकते हैं तथा इससे भूमि का स्वास्थ्य भी अच्छा बनेगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव बुधवार को चण्डीगढ़ मुख्यालय से विडियो कॉन्फैंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के उपायुक्तों व कृषि विभाग के उपनिदेशकों को पराली या फसल अवशेष जलाने पर पूर्ण रूप से पाबन्दी लगाने बारे आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। विडियो कॉन्फैरेस मे नगराधीश श्रीमती बलिना, जिला शिक्षा अधिकारी सतिंदर वर्मा सहित उप निर्देशक कृषि विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि सरकार ने फसल अवशेष प्रबन्धन के लिए न्यू केन्द्रीय सैक्टर स्कीम प्रोमोशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन फॉर इन-सीटू मैनेजमेंट ऑफ क्रॉप रेजीडयू के अधीन हरियाणा में कस्टम हायरिंग मशीनरी बैंक की स्थापना की जा रही है। इस योजना के तहत किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के उद्वेश्य से खेती के विभिन्न चरणों के लिए उपकरण या मशीन किराए पर उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि जिला के किसानों को पराली न जलाने बारे अधिक से अधिक जागरूकता उत्पन्न की जाए। इसके लिए पंचायत विभाग की मदद से सरपंचो व पंचों को भी निर्देश दिए जाए कि वे अपने गांव में किसानों को पराली न जलाने बारे जागरूक करें। इसके साथ शिक्षा विभाग के अधिकारी भी गांवों में पराली न जलाने बारे जागरूकता रैली निकाला कर किसानों को सचेत करें तथा उन्हें पराली जलाने से होने वाली हानियों के बारे में अवगत करवाए। नगराधीश ब ली ना व कृषि उपनिदेशक ने बताया कि फरीदाबाद जिले में अब तक 3 सी एच सी सेंट्रल दयालपुर, भसकोला व पाखल में खोले गए हैं जहां से किसान कम से कम रेट में पराली प्रबंधन करने के लिए यंत्र किराए पर ले सकते हैं।