Faridabad News, 27 June 2020 : भारतीय किसान यूनीयन (अ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. ऋषिपाल अम्बावता ने केन्द्र की भाजपा सरकार को पूरी तरह नाकाम बताते हुए कहा कि देशवासियों के अच्छे दिन लाने वाली भाजपा ने देश को सैकडों साल पीछे धकेल दिया है। देश का अन्नदाता किसान भाजपा की वायदा खिलाफी से बेहद नाराज है, और पूरे देश के किसानों ने यह निर्णय लिया है कि आगामी 3 जुलाई को भाकियू के बैनर तले पूरे देश के सरकारी दफतरों में तालाबंदी की जाएगी। किसान सुबह पहले अपने जिले के सचिवालय पर जाकर सरकार के विरोध में धरना प्रदर्शन करेंगे और फिर सरकारी कार्यालय पर ताला लगाने का काम करेंगे ताकि सरकार को यह संदेश मिले कि अब देश को भाजपा जैसी तानाशाह निरंकुश सरकार नहीं चाहिए।
श्री अम्बावता ने प्रैस को जारी एक विज्ञप्ति के माध्यम से बताया भाकियू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि आगामी 3 जुलाई को देश का किसान अपना रोष व्यक्त करेगा। बैठक की कार्यवाही वीडियो कॉनफैं्रसिंग के माध्यम से की गई। इस बैठक में भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अम्बावता के साथ राष्ट्रीय महा सचिव शमशेर सिंह दहिया, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलविन्द्र सिंह बाजवा, राष्ट्रीय प्रवक्ता स्वामी इंदर सिंह व हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नामदल उर्फ बल्लू प्रधान सहित अन्य प्रांतों के प्रधान व वरिष्ठ नेतागण थे।
श्री अम्बावता ने कहा भाजपा की सरकार से पहले देश प्रगति की ओर था। देश के कल कारखाने चल रहे थे। गरीब, मजदूर और किसान दो वक्त की रोटी खा रहा था। हर हाथ को काम था, और लोगों के रोजगार चल रहे थे। देश में अमन चैन और भाईचारा कायम था, मगर भाजपा ने पिछले 6 साल में देश को गर्त में धकेल दिया है। देश का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जनता को गुमराह करते हैं। वह कभी पाकिस्तान तो कभी चीन का डर दिखाकर देश को युद्ध की आग में झौंक रहे हैं, तो कभी हिन्दू धर्म को खतरे में बताकर लोगों को आपस में लडवाने का काम कर रहे हैं। उनका ध्येय है देश की जनता को मंहगाई, भुखमरी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार को भूलकर इनकी नाकामी पर बात न करे, और देशभक्ति के रंग में रंगी रहे। उन्होने कहा 6 साल से जनता मंहगाई और बेरोजगारी की मार से पहले ही त्रस्त थी, उसके ऊपर यह कोरोना की महामारी ने जनता को मौत के आगोश में धकेल दिया है। उन्होने कहा मोदी केवल कोरोना की आड में देश की जनता का धन लूट रहे हैं। उन्होने कहा यह देश का पहला पीएम है जो पुरानी व्यवस्थाओं पर यकीन नहीं करता इसलिए नया पीएम केयर नाम का फंड बनाया। मोदी ने पीएम केयर फंडस के पैसे का उपयोग कहां किया है। उस संबंध में जनता को जानकारी दें। मोदी सरकार ने कोरोना को पहले देश मे आने दिया, और अब जब सरकार इस महामारी को रोकने में विफल हो गई है, तो जनता को राम भरोसे मरने के लिए छोड दिया। उन्होने कहा आज कोरोना से केवल गरीब, मजदूर और किसान मर रहा है, क्योंकि उनके पास ईलाज कराने के लिए पैसा नहीं है। सरकारी अस्पतालों में उपचार नहीं हो रहा। जबकि प्राईवेट अस्पतालों में गरीब अपना उपचार नहीं करा सकता। उन्होने मांग की कि सरकार सभी प्राईवेट अस्पतालों में कोरोना का ईलाज निशुल्क करवाए ताकि गरीबों की जान बचाई जा सके। उन्होने कहा आज देश पर चारों तरफ से संकंट है। देश का युवा हताश और परेशान है। काम न होने से कर्मचारी वर्ग दुखी है। लोगों में निराशा है और उनका मन भाजपा सरकार से दुखी है। ऐसे हाल में भाजपा सरकार ने डीजल के दाम पैट्रोल से भी ज्यादा करके 80 रूपये प्रति लीटर तक पहुंचा दिए। इससे किराया मंहगा हो जाएगा, गरीब किसान जो पहले से डीजल की कीमतों से दुखी था, अब वह और ज्यादा परेशान होगा।
उन्होने किसानों की पांच मांगों का उल्लेख करते हुए कहा देश का किसान तभी खुशहाल होगा। जब पूरे देश का किसान कर्जा मुक्त होगा। किसानों को डीजल पर सब्सीडी मिले। बुढापा पैंशन 5 हजार मिले, किसान आयोग का गठन हो। स्वामी नाथन रिपोर्ट सी-2 के आधार पर लागू हो, और अब किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए केन्द्र सरकार आर्थिक पैकेज दे। उन्होने कहा देश में किसानों के सब्र का बांध टूट रहा है, यदि नरेन्द्र मोदी की सरकार समय पर नहीं जागी, तो वह दिन दूर नहीं जब भाजपा को देश का किसान सत्ता उखाड़ फेंकेगा।