Faridabad News : हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आज स्थानीय बी के सिविल अस्पताल परिसर में नवनिर्मित कैथलैब यूनिट का उद्घाटन किया। इस यूनिट के माध्यम से हृदय रोगियों को आवश्यक चिकित्सा सेवाएं निजी क्षेत्र के मुकाबले काफी सस्ती दरों पर उपलब्ध हो सकेगी। यूनिट के लिए संरचनात्मक ढांचा स्वास्थ विभाग की ओर से सामान्य अस्पताल प्रबंधन द्वारा उपलब्ध करवाया गया है। जबकि मैन पावर, मशीनरी व चिकित्सा सेवा सुविधाएं अधिकृत एजेंसी मेडी ट्रीना कंपनी द्वारा प्रदान की जाएगी। इसका संचालन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पी पी पी) मोड पर किया जाएगा। श्री विज ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में हरियाणा तेजी से आगे बढ़ रहा है और यहां स्वास्थ्य के क्षेत्र मे विशेष योजना बनाकर अनेको परियोजनाओं को जनहित में शुरू किया है। जिसका आमजन को अधिक से अधिक लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने खेल के क्षेत्र मे भी अनेको परियोजनाओं को शुरू किया है जिसमे खेल नर्सरी के शुरू हो जाने से खिलाड़ी अपने उज्जवल भविष्य को खेलों के दृष्टिगत बना सकेगे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य ओर खेल के क्षेत्र में भी प्रदेश सरकार द्वारा अमूल चूल परिवर्तन किए गए हैं और निकट भविष्य में इन क्षेत्रों में जनहित में ओर अधिक सकारात्मक परिणाम सामने आयेगे। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री विपुल गोयल, विधायक सीमा त्रिखा, टेकचंद शर्मा ने स्वास्थ्य मंत्री का जिले में पहुंचने पर अपनी ओर से स्वागत किया और स्वास्थ्य के क्षेत्र में इस नई उपलब्धि पर अपनी शुभकामनाएं दी और कहा कि इस प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं स्वास्थ्य के क्षेत्र में आने वाले भविष्य के दृष्टिगत मील का पत्थर साबित होगी। इस अवसर पर भाजपा जिला महिला अध्यक्ष अनीता शर्मा, सीनियर डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग सहित अन्य कई गणमान्य व्यक्ति विशेष तौर पर उपस्थित थे। जिला सिविल सर्जन डॉक्टर गुलशन राय अरोड़ा ने अपनी टीम सहित स्वास्थ्य मंत्री का परिसर में पहुंचने पर पुष्प भेट कर स्वागत किया। उन्होंने बताया कि निजी क्षेत्र के अस्पतालों में लगभग डेढ़ से 2 लाख की लागत से की जाने वाली एंजोप्लास्टिक (स्टंट लगाये जाने की प्रक्रिया) इस कैथ लैब मे मात्र 48 हजार रुपये की लागत पर ही उपलब्ध होगी। एनज्योग्राफी करवाने पर प्राइवेट अस्पतालों में 10 से 15 हजार रुपये की लागत आती है जो कि इसमें केवल 3500 रुपए की लागत पर ही उपलब्ध हो सकेगी। इसके अलावा इको, टीएमटी व होलटर जैसी ह्रदय सबंदित चिकित्सा सेवाओं के लिए सरकार ने किफायती व न्यूनतम दाम तय किए हैं।