Faridabad News, 16 March 2019 : हर साल की तरह पफरीदाबाद के सैक्टर 21ए स्थित हाॅमर्टन ग्रामर स्कूल अपने मुख्य द्वार से ट्रिनटी हाॅल तक सजा हुआ था अपने बच्चों के स्वागत के लिए। अवसर था के.जी. कन्वोकेशन सेरेमनी -2018 का ‘पफंतासिया’ जिसमें हाॅमर्टन स्कूल के प्रबंध निदेशक राजदीप सिंह, प्रधानाचार्या श्रीमती अर्चना डोगरा के साथ स्कूल में पधारी। सम्मानित अतिथियों श्रीमती राजविन्दर कौर तथा श्रीमती रीता चैधरी ने बच्चों को उनकी सपफलताओं पर बधाईयां देते हुए उन्हें उपाधियों से विभूषित किया।
कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों का स्वागत के.जी. कक्षा के मंत्राम् सिंगारी ने अपनी मधुर वाणी में किया। उसके बाद हाॅमर्टन ग्रामर के संस्थापक प्रधानाचार्य श्री कुदलपी सिंह ने के साथ सभी गणमान्य अतिथियों ने गणपति वंदना के साथ दीप प्रज्जवलन किया। सभी छात्रा छात्राओं ने करतल ध्वनि से सबका सवागत किया। तो के.जी. के छात्रा-छात्राओं ने नृत्य नाटिका द्वारा सभी का स्वागत अभिनन्दन किया। इसके बाद छोटे बच्चों ने अपने बैंड धुनो पर आधारित जीवन परिवर्तन और विकास को प्रदर्शित करना नृत्य प्रस्तुत किया। श्री राजदीप सिंह तथा प्रधानाचार्या श्रीमती अर्चना डोगरा द्वारा सभी सम्मानित अतिथियों को स्मृति चिह्न प्रदान किए गए। तत्पश्चात् हाॅमर्टन ग्रामर स्कूल की विशिष्ट बाल प्रतिभा अपर्णा शर्मा ने ‘पफूल की वाह’ कविता का जोशीला पाठ कर सभी को देश गर्व की अनुभूति से भर दिया।
कार्यक्रम में पधारे सभी अभिभावकों ने हाॅमर्टन ग्रामर स्कूल के प्रति अपना हार्दिक प्रेम और आभार प्रदर्शित करते हुए बच्चों की प्रगति और विकास पर संतोष जाहिर किया और अपना सम्पूर्ण सहयोग और समर्थन स्कूल को देते रहने का वायदा भी किया। अंत में सभी विशिष्ट बाल प्रतिभाओं को उनकी विशेष दक्षता का पुरस्कार प्रमाण पत्रा तथा सपफलता प्रमाण पत्रा (सभी को) श्री राजदीप सिंह, श्रीमती अर्चना डोगरा, श्रीमती राजविन्दर कौर (प्रधानाचार्या कैरी आॅन टाॅडलर्स) तथा श्रीमती रीता चैधरी (प्रधानाचार्या लिटिल मिलेनियम स्कूल) द्वारा मंच पर प्रदान किए गए। अंत में विद्यालय के संस्थापक प्रधानाचार्य श्री कुलदीप सिंह ने अपना आशीर्वाद सभी को प्रदान कतरे हुए विद्यालय के शिक्षण विकास की सराहना की। प्रधानाचार्या श्रीमती अर्चना डोगरा ने सभी को पधारने के लिए धन्यवाद किया। कार्यक्रम समापन सभी के जलपान ग्रहण के सथ समाप्त हुआ।
विद्यालय में इस अवसर पर बच्चों के मनोरंजन के लिए तरह-तरह के खेल कूद और खाने पीने के स्टाल्स भी लगाए गए थे जिनमें बाउन्सी और अन्य खेलकूद में सभी बच्चों ने मेले जैसे आनंद उठाया।