Faridabad News : मध्यप्रदेश सिंगरौली निवासी शकुंतला पिछले कई वर्षों से हाथ मुडा़ हुआ होने के कारण अपने कार्यों को करने में असमर्थ थी। इसके साथ ही बाएं हाथ में तेज दर्द और हाथ के सीधे न होने की शिकायत के साथ सिंगरौली के विभिन्न अस्पतालों में दिखाया, लेकिन उपचार के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं आया। वहां के डाॅक्टरों ने शकुंतला को दिल्ली के अस्पताल में दिखाने की सलाह दी।
शकुंतला के परिजन उन्हें फरीदाबाद सेक्टर-21 स्थित एशियन अस्पताल लेकर पहंुचे। यहां आकर वेे अस्पताल के हड्डी एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ डाॅ. मृणाल शर्मा से मिले और मरीज की स्थिति के बारे में जानकारी दी। डाॅ. मृणाल ने शकुंतला के हाथ का एक्स-रे व एमआरआई कराने की सलाह दी। एमआरआई की रिपोर्ट आने पर पता चला कि मरीज की बाएं हाथ की हड्डी कई वर्षों से एक ही स्थिति में रहने के कारण जाम हो गई है और सर्जरी के माध्यम से ही इसका इलाज संभव है। परिजनों की सहमति से शकुंतला की सर्जरी की गई और सर्जरी के बाद शकुंतला के हाथ गतिविधि फिर से शुरू हो गई है। उसके बाद वे अपनेे सभी प्रकार के काम के लिए अब उन्हें दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता।
डाॅ. मृणाल शर्मा ने बताया कि इस सर्जरी का सबसे बड़ा जोखिम मरीज की उम्र और कमजोर हड्डियां थी। डेढ घंटे की इस सर्जरी के दौरान उनकी टीम के डाॅ. तनवीर मकबूल व डाॅ. सत्येद्र भी मौजूद रहे। डाॅ. मृणाल का कहना है कि यह फरीदाबाद की पहली सफल कोहनी प्रत्यारोपण सर्जरी है।