फरीदाबाद, 28 अक्टूबर – जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद में मैकेनिकल इंजीनियरिंग केे सहायक प्रोफेसर डॉ. कृष्ण वर्मा ने राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) में उप-लेफ्टिनेंट का पद हासिल कर विश्वविद्यालय को गौरवान्वित किया है। डॉ. कृष्ण वर्मा को राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की 1 हरियाणा नौसेना इकाई – एनआईटी फरीदाबाद के अंतर्गत उप-लेफ्टिनेंट का पद प्रदान किया है।
एनसीसी ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए), कैम्पटी, नागपुर (महाराष्ट्र) में 26 जुलाई से 23 अक्टूबर, 2021 तक तीन महीने का प्री-कमीशन कोर्स (पीआरसीएन) और कठोर प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उन्हें एसोसिएट एनसीसी अधिकारी (एएनओ) के रूप में नियुक्त किया गया है। अब डाॅ. वर्मा विश्वविद्यालय मेंएनसीसी कैडेट्स को प्रशिक्षित करेंगे। डॉ. कृष्ण वर्मा विगत दो वर्षों से विश्वविद्यालय में एनसीसी केयरटेकिंग अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे थे।
इस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में, डॉ वर्मा ने देशभर के 275 लेक्चरर्स और प्रोफेसरों के बीच अकादमिक श्रेणी में उच्चतम अंक प्राप्त किए और समग्र श्रेणी में दूसरा स्थान हासिल किया। उन्हें ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी, कैम्पटी के कमांडेंट मेजर जनरल आलोक बेरी द्वारा कमांडेंट सिल्वर मेडल से भी सम्मानित किया गया है।
कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने डॉ. कृष्ण वर्मा को बधाई दी है और कहा है कि यह एक विशिष्ट उपलब्धि है जोकि प्रत्येक व्यक्ति को राष्ट्र की सेवा में अपना योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। कुलसचिव डॉ सुनील कुमार गर्ग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष प्रो. राजकुमार और 1 हरियाणा नेवल यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन विवेक कुमार ने भी डॉ वर्मा को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई दी है।
डॉ. कृष्ण वर्मा विगत दो वर्षों से विश्वविद्यालय में एनसीसी केयरटेकिंग अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे थे। एनसीसी के कामकाज में रुचि विकसित होने के बाद उन्होंने एक अधिकारी के रूप में सेवाओं में शामिल होने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि एनसीसी के कार्यवाहक अधिकारी के रूप में दो साल की अतिरिक्त ड्यूटी के दौरान उन्होंने कई चीजें सीखीं और सेवाओं में शामिल होने के लिए खुद को तैयार किया।
विश्वविद्यालय में एनसीसी नेवल यूनिट को एनसीसी समन्वयक डॉ ओपी मिश्रा के प्रयासों से 2018 में शुरू किया गया था। डॉ वर्मा और डॉ मिश्रा की देखरेख में विश्वविद्यालय एनसीसी यूनिट ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं जिनमें राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में प्रतिनिधित्व, सभी कैडेटों का शत-प्रतिशत ‘सी’ प्रमाणन और कोविड हेल्पडेस्क में सक्रिय भागीदारी शामिल हैं।