Faridabad News, 06 June 2021 : उपायुक्त यशपाल ने बताया कि धान की जगह वैकल्पिक फसल की खेती करने वाले किसानों को अनुदान दिया जाएगा। सरकार द्वारा 7 हजार रूपए प्रति एकड़ के हिसाब से अनुदान दिया जाएगा। उपायुक्त यशपाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय जल शक्ति दिवस गत 22 मार्च 2021 को जल शक्ति अभियान की शुरुआत देश में की थी। उन्होंने बताया कि आगामी 21 जून तक किसान इसके लिए पंजीकरण करवाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने बताया कि मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत अनुदान दिया जाएगा। किसान को मेरा पानी-मेरी विरासत एवं मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर करवाना पंजीकरण होगा। पंजीकरण के सभी दस्तावेज कृषि विभाग में जमा करवाने होंगे।
उपायुक्त यशपाल ने आगे बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के कल्याण के लिए क्रियान्वित की जा रही लाभकारी योजना (मेरा पानी-मेरी विरासत) के तहत धान की जगह वैकल्पिक फसल की खेती करने वाले किसानों को 7000 रूपए प्रति एकड़ के हिसाब से अनुदान प्रदान किया जायेगा। इसके लिए किसान को मेरा पानी-मेरी विरासत पोर्टल व मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना होगा।
उन्होंने बताया कि योजना के तहत इस खरीफ, 2021 के दौरान अपने पिछले वर्षों के खरीफ धान के खेतों में धान को छोडक़र अन्य फसल जैसे कपास, मक्का, अरहर, मूंग, बागवानी/सब्जी, मोठ, उड़द, सोयाबीन, ग्वार, तिल, मूंगफली, खरीफ प्याज और सभी खरीफ चारा फसलों की बिजाई करने वाले किसान भी प्रोत्साहन प्राप्त करने के पात्र होंगे। पिछले खरीफ, 2020 के दौरान एमपीएमवी के तहत फसल विविधीकरण को अपनाने वाले किसान भी इस वर्ष प्रोत्साहन प्राप्त करने के पात्र हैं, यदि वे उसी खेत में धान के बजाय वैकल्पिक फसलों की बिजाई जारी रखते हैं। इस खरीफ, 2021 के दौरान अपने पिछले वर्षों के खरीफ धान के खेतों को खाली रखने वाले किसान भी प्रोत्साहन प्राप्त करने के पात्र होंगे।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डॉ० अनिल कुमार ने बताया कि किसान को पंजीकरण के सभी दस्तावेज कृषि विभाग में पटवारी के हस्ताक्षर सहित जमा करवाने होंगे। बाजरे की फसल की बिजाई करने वाले किसान इस योजना के पात्र नहीं होंगे।
उन्होंने बताया कि किसान कल्याण एवं कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा जिला के गांव-गांव में कैंप लगाकर के किसानों को इसके लिए जागरूक किया जा रहा है। इसी कड़ी में गांव धौज, लहडोला, मोटूका, फतेहपुर तगा, पलवली, करनेरा, मोहना, अटेरना, घुड़ासन, अरूवा, गढ़ खेड़ा, समयपुर, अटाली व पनहेड़ा कलां गांव में किसानों को जल शक्ति अभियान के तहत जागरूक किया गया।