फरीदाबाद, 7 दिसंबर – जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) द्वारा आईक्यूएसी कार्यालय के नए सदस्यों के लिए एक परिचयात्मक और जागरूकता सत्र आयोजित किया। निदेशक (आईक्यूएसी) प्रो आशुतोष दीक्षित की अध्यक्षता में आईक्यूएसी सेल के कार्यालय ने हाल ही में अधिकारियों की एक टीम का पुनर्गठन किया है। इस सत्र की अध्यक्षता डीन (इंस्टीट्यूशन) प्रो. संदीप ग्रोवर ने की।
आईक्यूएसी कार्यालय के नए सदस्यों को सेल द्वारा संचालित कार्यों और गतिविधियों से अवगत कराया गया। साथ ही, उन्हें वार्षिक गुणवत्ता आश्वासन रिपोर्ट (एक्यूएआर) तैयार करने के तरीके से अवगत कराया गया, जो कि एक अनिवार्य रिपोर्ट है जिसे हर साल निर्धारित प्रारूप में नैक को प्रस्तुत करना आवश्यक होता है।
आईक्यूएसी कार्यालय के उप निदेशक डॉ. शैलेंद्र गुप्ता ने सदस्यों को नैक पोर्टल पर एक्यूएआर डाटा कैसे भरना है, इसकी जानकारी दी। सत्र का समन्वयन आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. रश्मी पोपली ने किया।
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय को हाल ही में राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (नैक) द्वारा ‘ए +’ ग्रेड मान्यता हासिल की है। मूल्यांकन का परिणाम 18 अक्टूबर, 2022 को आयोजित नैक की स्थायी समिति की 127वीं बैठक में घोषित किया गया था और यह अगले पांच वर्षों के लिए वैध रहेगा।
अब विश्वविद्यालय नैक प्रत्यायन के तीसरे चक्र की तैयारी कर रहा है जो 2027 में देय है। इस प्रकार, विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तुत एक्यूएआर प्रत्यायन के अगले चक्र के लिए स्व अध्ययन रिपोर्ट (एसएसआर) का हिस्सा होगा। नैक मान्यता के बाद संस्थान की गुणवत्ता मानकों में सुधार को जानने के लिए एक्यूएआर उपयोगी होता है। यह एक सहायक दस्तावेज है जो विस्तृत जानकारी देता है जो महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्राप्त परिणामों को इंगित करता है।