Faridabad News, 11 Sep 2021: लिंग्याज विद्यापीठ (डीम्ड-टु-बी) यूनिवर्सिटी में बड़े ही धूम-धाम से गणपति की स्थापना की गई। इको फ्रेंडलीगणपति के साथ इस बार उनकी साज-सज्जा भी पूरी तरह से प्राकृतिक को ध्यान में रखकर की गई है। ताकि पर्यावरण की ओर लोग प्रेरित हो। लिंग्याज ग्रुप के चेयरमैन डा. पिचेश्वर गड्डे औरप्रो वाइस चांसलरप्रो. (डा.) जी.जी. शास्त्री द्वारा पूरे विधि-विधान के साथ गणपति की पूजा-अर्चना की गई।इस अवसर पर कॉलेज के सभी सदस्यों ने अपनी उपस्थिती दर्ज कराई व उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। प्रो. (डा.) शास्त्री ने बताया कि सोमवार को उनका विसर्जन किया जाएगा। इतना ही नहीं उन्होंने इस पर्व के महत्व को भी वहां उपस्थित लोगों को परिचित कराया।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की कृपा से सुख-शांति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। ऐसी मान्यता है कि गणेश जी का पूजन करते समय दूब,मोदक, बूंदी के लड्डू आदि अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं और अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
पूजा की विधि-
गणपति की मूर्ति या फिर उनका चित्र लाल कपड़े के ऊपर रखें। फिर गंगाजल छिड़कने के बाद भगवान गणेश का आह्वान करें। भगवान गणेश को पुष्प, सिंदूर, जनेऊ और दूर्वा (घास) चढ़ाए। इसके बाद गणपति को मोदक लड्डू चढ़ाएं, मंत्रोच्चार से उनका पूजन करें।