भाजपा फ़रीदाबाद के कार्यकर्ताओं ने सुनी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात

0
1009
Spread the love
Spread the love

Faridabad News, 29 Aug 2021  : आज भारतीय जनता पार्टी के ज़िला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने मोदी जी के मन की बात कार्यक्रम के  80वें  एपिसोड को सुना। गोपाल शर्मा  ने बताया कि हमारे केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, हरियाणा के कैबिनेट मंत्री मूलचन्द शर्मा, विधायकों, वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अपने अपने क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को  सुना और लोगों को सुनवाया। गोपाल शर्मा ने मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा कही गई बातों को साँझा किया उन्होंने बताया कि आज  मन की बात कार्यक्रम में मोदी जी ने नौजवानों  को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें अलग-अलग प्रकार के खेलों में महारत हासिल करनी चाहिए। गांव-गांव खेलों की स्पर्धाएं निरंतर चलती रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्पर्धा से ही खेलों का विस्तार होता है। उन्होंने  इस मौके पर एक नया नारा- खेलें भीं, खिलें भी दिया। उन्होंने मेजर ध्यानचंद जी को याद किया और कहा कि मेजर ध्यानचंद की आत्मा जहां भी होगी, प्रसन्न होगी क्योंकि दुनिया में भारत की हॉकी का डंका ध्यानचंद की हॉकी स्टिक से बजा था और एक बार फिर भारतीय हॉकी खिलाड़ियों ने 41 साल बाद ओलंपिक  में हॉकी का पदक जीतकर  देश का नाम ऊंचा किया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र  मोदी जी ने  कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए सबके प्रयास हमें प्रेरणा देते हैं। हम यह जानते हैं जब भी स्वच्छ भारत का नाम आता है तो इंदौर का नाम आता ही आता है I  इंदौर कई वर्षों से स्वच्छ भारत की रैंकिंग में शीर्ष पर बना हुआ है। मोदी जी ने बताया कि तमिलनाडु के शिवगंगा जिले की काजिरंगा पंचायत ने  वेस्ट से वेल्थ के मॉडल का उदाहरण पेश किया है। यहां पंचायत ने स्थानीय लोगों के साथ कचरे से बिजली बनाने का एक लोकल प्रोजेक्ट अपने गांव में लगाया है। पूरे गांव से कचरा एकत्रित होता है. उससे बिजली बनती है। बाद में बचे हुए प्रोडक्ट को कीटनाशक के तौर पर बेच दिया जाता है. यह हमारे देशवासियों को प्रेरित करता है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र  मोदी ने कहा कि हमारी संस्कृत भाषा सरस भी है, सरल भी है I  संस्कृत अपने विचारों, अपने साहित्य के माध्यम से ये ज्ञान विज्ञान और राष्ट्र की एकता का भी पोषण करती है, उसे मजबूत करती है. संस्कृत साहित्य में मानवता और ज्ञान का ऐसा ही दिव्य दर्शन है जो किसी को भी आकर्षित कर सकता है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में जन्माष्टमी और विश्वकर्मा जंयती का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे पर्व त्योहारों में संदेश और संस्कार हैं। प्रधानमंत्री जी  ने कहा कि श्रीकृष्ण के बाल रूप से लेकर विराट रूप में, शस्त्र-शास्त्र सामर्थ्य में, कला, सौंदर्य, माधुर्य हर जगह विद्यमान है।  अगले कुछ दिनों में ही विश्वकर्मा जयंती भी आने वाली है। भगवान विश्वकर्मा को हमारे यहाँ  विश्व की सृजन शक्ति का प्रतीक माना गया है I  जो भी अपने कौशल से किसी वस्तु का निर्माण करता है, सृजन करता है, चाहे वो सिलाई-कढ़ाई हो, सॉफ्टवेयर हो या फिर सैटेलाइट, ये सब भगवान विश्वकर्मा जी का प्रगटीकरण है।

प्रधानमंत्री  मोदी जी ने कहा कि आज छोटे-छोटे शहरों में भी स्टार्टअप कल्चर का विस्तार हो रहा है। उन्होंने कहा कि मैं उसमें उज्जवल भविष्य के संकेत देख रहा हूं। उन्होंने कहा कि आज का युवा कह रहा है कि उसे स्टार्टअप शुरू करना है। आज का युवा रिस्क लेने को तैयार है। मेरे देश के युवा का मन अब सर्वश्रेष्ठ की तरफ अपने आपको केन्द्रित कर रहा है। वह सर्वोत्तम करना चाहता है, सर्वोत्तम तरीके से करना चाहता है। ये भी राष्ट्र की बहुत बड़ी शक्ति बनकर उभरेगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमें एक बात और याद रखनी है, दवाई भी कड़ाई भी, देश में 62 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। फिर भी हमें कोरोना महामारी से सतर्कता रखनी है। गोपाल शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी मन की बात के माध्यम से देश के हर छोटे बड़े व्यक्ति के दिल से जुड़े हुए हैं। दूर दराज़ की छोटी छोटी बातों और घटनाओं पर जानकारी रखकर  मन की बात के माध्यम से देशवासियों को  साँझा करते हैं  ताकि और लोग भी उनकी तरह देश हित के कार्य करें। मोदी जी की मन की बात  कार्यक्रम से कार्यकर्ताओं को प्रेरणा मिलती है। कार्यकर्ता हर महीने मन की बात सुनकर उनकी बात  अपने जीवन में उतारते हैं और जनसेवा और देश सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैंI उन्होंने कहा कि मोदी जी की मन की बात से सभी देशवासियों में एक नई ऊर्जा  का संचार होता है I उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मन की बात कार्यक्रम के लिए उनका आभार व्यक्त किया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here