फ़रीदाबाद 30 दिसम्बर। आज देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पूज्य माताजी हीराबेन मोदी के दुखद निधन पर भारतीय जनता पार्टी,जिला कार्यालय “अटल कमल” पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई । इस श्रद्धांजलि सभा में भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी और 2 मिनट का मौन धारण कर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर ज़िला अध्यक्ष श्री गोपाल शर्मा, जिला महामंत्री मूलचन्द मित्तल, आर.एन सिंह, जिला विस्तारक मंजीत जांगड़ा, जिला उपाध्यक्ष अनिल नागर, मान सिंह, संजीव भाटी, बिजेन्द्र नेहरा, पंकज रामपाल, लख्मीचंद भारद्वाज, जिला कार्यकारिणी सदस्य टिपर चन्द शर्मा, जिला सचिव हरेन्द्र भड़ाना, कोषाध्यक्ष राजन मुथरेजा, सचिन गुप्ता, राज मदान, भगवान सिंह, सुखबीर मलेरना, नरेश नम्बरदार, पंकज सिंगला, नरेन्द्र जैन, हरीश मंगला, राजपाल तंवर व अन्य कार्यकर्त्ता उपस्तिथ रहे।
इस सभा में भाजपा जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा ने हीराबेन के विषय में अपने भाव प्रकट करते हुए कहा कि प्रधानमन्त्री मोदी की माता का स्वास्थ्य ख़राब चल रहा था उनको बुधवार को यूएन मेहता हार्ट अस्पताल में भर्ती करवाया गया था । वहां उनका ईलाज चल रहा था परन्तु शुक्रवार की सुबह उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली और हम सभी को छोड़ कर परलोक गमन कर गईं हैं । माता का जन्म 1923 में हुआ था । वह गुजरात के गांधीनगर में रहती थी उनके पांच बेटे और एक बेटी है ।उनके पति दामोदर दास मूलचन्द मोदी पहले ही उन्हें छोड़कर चले गए थे और अब उन्होंने 100 वर्ष की उम्र में अंतिम साँस ली।
हीराबेन ने बहुत ही गरीबी में अपने परिवार का लालन पालन बड़ी ही समझदारी से किया और अपने बच्चों में अच्छे संस्कार व शिक्षा दी और हर परिस्तिथि का डट कर सामना करना,हार न मानना और राष्ट्र के प्रति लगाव की भावना उनमें डाली जिसका उदाहरण उनका पूरा परिवार व प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी स्वयं हैं और उन्होंने अपना पूरा जीवन सादगी के साथ जिया । उन्होंने अपने पुत्र नरेन्द्र को अपने 100 वे जन्म दिवस पर भी एक बार एक मां की सीख बेटे को थी” काम करो बुद्धि से,जीवन जियो शुद्धि से” यह विचार कोई आम नहीं है यह विचार जीवन में सदैव प्रेरणा दायकरहेगा है। हम सभी कार्यकर्त्ता भाजपा फरीदाबाद की तरफ से उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
जिला महामंत्री मूलचन्द मित्तल ने बताया कि ये माता हीराबेन के ही दिए संस्कार थे जिनकी बदौलत उनके बेटे ने बुलंदियों को छुआ,विस्व के सबसे सम्मानित नेता बने और देश विदेश में अपनी व अपने देश की पहचान कायम की। भारत वर्ष में माताओं ने सदेव अपने निष्काम कर्म, तप, त्याग और संघर्षों की पराकाष्ठा से जूझ कर राष्ट्र निर्माण, राष्ट्र के उत्कर्ष को,राष्ट्र की संस्कृति को सर्वोच्च शिखर तक ले जाने वाले शूरवीर और वीरांगनाओं को अपनी कोख से पैदा किया। ऐसे ही उनके त्याग, संघर्ष, निष्काम कर्म, धर्म की कसोटी, स्नेह की छाव में मोदी जी जैसे व्यक्तित्व का निमार्ण हुआ। श्रद्देय माता हीरा बा ऐसी ही दिव्य पुंज थी जिन्होंने देश को संक्रमणकालीन परिस्थितियों से परम वैभवशाली भारत वर्ष के पुनर्निर्माण पथ को प्रशस्त करने वाला पुत्र सौंपा जिसके जीवन का मंत्र ही मां और मातृभूमि है।
भाजपा जिला महामंत्री आर.एन सिंह ने बताया कि जिसने लोक तंत्र के सर्वोच्च शिखर पर आसीन रहते हुए ,तमाम राजनीतिक झंझावतों और कंटक पथ में भी मां के चरणों और उनके दामन का स्पर्श पाने के पुत्र प्रेम और मातृ कर्तव्य को कभी विस्मृत नहीं किया। हीरा बेन ने ऐसे दिव्य पुत्र को जन्मदिया था । मां के पास जाते ही सदेव देश के प्रधानमंत्री एक मां के वही बाल स्वरूप पुत्र के रूप में नजर आते थे ।मां हीरा बा सदेव पग पग पर उनका मार्ग प्रशस्त करती ररहीं । मां की सीख को अक्सर मोदी जी सार्वजनिक मंचों से भी उद्गारित करते रहे । आज यह बड़ी दुःख की घडी है की देश को प्रधानमन्त्री के रूप में एक सच्चा देश सेवक जिन्होंने दिया वह हम सभी को छोड़कर परलोक गमन कर गईं हैं । यह क्षति अपूर्णीय है।