Faridabad News, 28 July 2020 : वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं बडख़ल विधानसभा से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ चुके पूर्व प्रत्याशी चौ विजय प्रताप सिंह ने कहा कि नगर निगम के पार्षदों ने पिछले दिनों लिखित में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। उस पर अभी तक कोई जांच या कार्यवाही नहीं हुई है। वे मांग करते हैं कि उसकी उच्च स्तरीय जांच हो। गौरतलब है कि पार्षद दीपक चौधरी, कपिल डागर, महेंद्र भड़ाना, सुरेंद्र अग्रवाल आदि कई पार्षदों ने पिछले दिनों नगर निगम के विकास कार्यों में करोड़ रुपए के गोलमाल और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। विजय प्रताप सिंह ने यहां मीडिया से बात करते हुए एक सवाल के जवाब में शिकायत देने वालों में 3 भाजपा और एक जजपा के पार्षद हैं। दोनों मिलकर सरकार चला रहे हैं। जो लोग सरकार में बैठे है, वे ही लिखित में तथ्यों सहित शिकायत दे रहे हैं, लेकिन उस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इससे सरकार की मंशा स्पष्ट नजर आती है।
कांग्रेसी नेता ने कहा कि सरकार के चाल और चरित्र दोनों में फर्क है। सरकार जो कहती है, वह करती नहीं है। दिखावे का काम हो रहा है। वरना इन पार्षदों के लिखित सबूत देने के बाद इसका संज्ञान लेकर मुख्यमंत्री को कार्यवाही शुरू करवा देनी चाहिए थी। जांच बिठा देनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि लगता है कि सरकार मामले को दबा रही है और यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि जाहिर है कि इसमें अधिकारी और सरकार में शामिल नेता इसमें शामिल हैं। इसलिए जांच नहीं हो रही है। पूर्व बडख़ल प्रत्याशी सिंह ने कहा कि हम चाहते हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। न्याय होना चाहिए। जनता का पैसा सही जगह लगना चाहिए। उसमें कोई घोटाला होता है, तो उसे माफ नहीं किया जा सकता।
पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह के पुत्र विजय प्रताप ने कहा कि कांग्रेस पारदर्शिता चाहती है। नगर निगम के पास जो पैसा जाए, वह सही मद में लगे। पार्षदों को सम्मान मिले। धन पार्षदों की इच्छा से लगे। उनसे सलाह-मशविरा किया जाना चाहिए। नहीं तो, जहां जरूरत नहीं होती हैं, वहां की फर्जी फाइल बनाकर दोबारा मेंटेनेंस में डाल दिया जाता है। उन्होंने कहा कि पार्षदों की सुनवाई नहीं हो रही है। हर साल सदन में पार्षदों को दो करोड़ रुपए देने की बात कहकर बहका दिया जाता है।