Faridabad News, 23 Oct 2020 : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षा कुमारी सैलजा के निर्देशानुसार बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मनोज अग्रवाल व कांग्रेस सेवादल के प्रदेश सचिव संजय त्यागी ने संयुक्त रूप से किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ शुक्रवार को बल्लभगढ़ अनाज मंडी सहित कई जगहों पर हस्ताक्षर अभियान चलाया। इस दौरान कांग्रेसी नेताओं ने जहां किसानों की समस्याओं को जाना वहीं सरकार द्वारा लाए गए कृषि विधेयकों से होने वाले नुकसान के बारे में भी उन्हें जानकारी दी। उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कांगे्रसी नेता मनोज अग्रवाल ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा हाल ही में लाए गए तीन कृषि विधेयकों के माध्यम से सरकार ने किसान, आढ़तियों खेत- मजदूर, छोटे दुकानदार, मंडी मजदूर, कर्मचारियों की आजीविका पर एक कूर हमला बोला है। ये विधेयक किसान, खेत और खलिहान के खिलाफ एक घिनौना षड्यंत्र है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार तीन काले कानूनों के माध्यम से देश की हरित क्रांति को हराने की साजिश कर रही है। देश के अन्नदाता व भाग्यविधाता किसान तथा खेत मजदूरों की मेहनत को चंद पूंजीपतियों के हाथों में गिरवी रखने का भाजपाई कुप्रयास है। श्री अग्रवाल ने कहा कि भाजपा सरकार की इन किसान विरोधी नीतियों और काले कानूनों के खिलाफ बल्लभगढ़ विधानसभा से 10 हजार लोगों द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन प्रदेश कांग्रेस कमेटी के माध्यम से महामहीम राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा। वहीं कांग्रेस सेवादल के प्रदेश सचिव संजय त्यागी ने कृषि विधेयकों को पूरी तरह से किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि इन काले कानूनों के माध्यम से किसानों को ठेका प्रथा में फंसाकर उन्हें अपनी ही जमीन में मजदूर बना दिया जाएगा। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग की सबसे बड़ी खामी तो यही है की इसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य देना अनिवार्य नहीं है, इससे हमारे अन्नदाता किसान बड़ी-बड़ी कंपनियों के गुलाम बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की आड़ में किसानों की आपदा को चंद पूंजीपतियों के अवसर में बदलने की भाजपा सरकार की इस साजिश को देश का अन्नदाता कभी बर्दाश्त नहीं करेगा और कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता किसानों के अधिकारों की इस निर्णायक लड़ाई में उनके हर कदम पर साथ खड़ा रहेगा। इस अवसर पर राहुल गुप्ता, उत्कर्ष त्यागी, शकीरन खान, प्रताप शर्मा, सोनू शर्मा आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।