Faridabad News, 03 Feb 2019 : दुनिया में केवल भारत में ऐसी संस्कृति और सभ्यता है जहां गऊओं को देवताओं व भगवान के रूप में श्रेष्ठ प्राणी माना जाता है। हिंदुस्तान में हर व्यक्ति के मन में गऊओं की सेवा करने की जन्मजात भावना होती है। यह हमारे संस्कार ही हैं जिनके कारण हम सदियों से गोसेवा कर अपना जीवन धन्य करते हैं। यह वाक्य तिगांव विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व प्रत्याशी व वरिष्ठ भाजपा नेता राजेश नागर ने कहे। राजेश नागर बजरंग गऊ सेवा समिति महमूदपुर द्वारा गऊशाला के निर्माण कार्य के शिलान्यास समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर समिति के पदाधिकारियों द्वारा राजेश नागर का फूलमालाओं से स्वागत किया गया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए राजेश नागर ने कहा कि पिछल कुछ सालों में आर्थिक विषमता के चलते हमारे सामाजिक सरोकार बिगड़े हैं। इसी का प्रभाव है कि समाज में गऊओं का महत्व भी कम हुआ है। पहले खेती करने के लिए बैलों की जरूरत होती थी जो गऊमाता से ही पैदा हो सकते हैं लेकिन ट्रैक्टर आने के बाद लोगों ने गऊओं की कद्र कम कर दी है। उन्होंने कहा कि गऊ हमारी ऐसी सामाजिक संपदा है जो आर्थिक रूप से भी हमारे लिए लाभप्रद साबित हो सकती है। इस मौके पर आकाश रावत, नितिन, गौतम, पंकज चौधरी, रोहित चौधरी, सोनू कौशिक, अरुण कौशिक आदि मौजूद रहे।
इस अवसर पर राजेश नागर ने कहा कि जबसे भाजपा सरकार बनी है तब से प्रदेश में नई गौशालाएं भी बहुत खुली हैं। गौसेवा आयोग के माध्यम से सरकार द्वारा गौशालाओं की आर्थिक मदद भी की जा रही है। लेकिन आर्थिक मदद पाते रहने की बजाय यदि हम गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाएं और इनकी आमदनी का स्थाई साधन तैयार कर सकें तो गौशालाओं को किसी से मदद मांगने की जरूरत ही नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि भगवान ने केवल इंसान को बोलने की शक्ति दी, अन्य प्राणी व पशु बोलकर नहीं बता सकते हैं। बीमार व घायल गाय अपना दर्द हमें बता नहीं सकती हैं लेकिन हमें मानवता के नाते ऐसे जानवरों की भी देखभाल करनी चाहिए। बीमार व असहाय गाय की सेवा करने वालों पर परमात्मा की विशेष कृपा होती है। इस मौके पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें काफी संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।