Faridabad News, 16 April 2019 : कांग्रेस सरकार में 13 जुलाई 2014 को भाजपा के राष्ट्रीय इंचार्ज आईटी सेल व सोशल मीडिया व प्रवासियों के मसीहा संतोष यादव ने सारन थाने और पर्वतीया चौकी में ताला मारकर पुलिस अधिकारियों को अंदर ही बंद कर दिया था। उस दौरान एनआईटी 86 विधानसभा फरीदाबाद में भूमाफियाओं ने शासन प्रसाशन से मिलकर गरीबों की जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया था और कालोनीवासियों की कहीं सुनवाई नही हुई तो उस दौरान प्रवासी नेता संतोष यादव ने हजारों समर्थकों के साथ थाने चौकी की तालेबंदी कर दी थी और मंत्री के घर मे घुसकर हंगामा कर दिया था और कह दिया था कि आज तेरी पुलिस चौकी में तालेबंदी कर दी है। उसी दौरान पूरे फरीदाबाद की पुलिस एकजुट हुई और ये बात सभी आला पुलिस अधिकारी तक पहुंची तो तुरंत सभी गरीड्डबों की जमीन खाली करवाई गई और साथ ही रसूल खान जिसकी सबसे ज्यादा जमीन भूमाफियाओं ने कब्जा की थी वो भी खाली करवाई गई और भूमाफियाओं पर मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन तभी कांग्रेसी नेता और पूर्व मंत्री परिवार ने राजनीतिक साजिश रचते हुए पुलिस पर दबाव बनाकर समाजसेवी संतोष यादव पर पुलिस थाने चौकी पर तालेबंदी, सरकारी काम मे बाधा डालने आदि अन्य विभिन धाराओं में मुकदमा दर्ज करवा दिया जो 11 अप्रैल 2019 दिन वीरवार को फरीदाबाद के कोर्ट में पूर्वा मेहरा की अदालत ने संतोष यादव को बाइज्जत बरी किया। इस तालेबंदी केस में संतोष यादव के साथ रसूल खान, इमरान, महेंद्र कोली, रहमानी आदि को भी कोर्ट ने बरी कर दिया।
काफी समय से विपक्ष के लोग सपना देख रहे थे कि युवा समाजसेवी संतोष यादव तालेबंदी के मामले में जेल जाएंगे लेकिन फरीदाबाद की अदालत ने सारे सपने विपक्ष के चकनाचूर कर दिए और बाइज्जत बरी कर दिया, तालेबंदी के मामले में भाजपा नेता संतोष यादव सहित सभी आरोपियों की तरफ से वकील कन्हैयालाल वशिष्ठ और वकील रामनिवास शर्मा पैरवी कर रहे थे जैसे ही फैसला आया तो समर्थकों ने मिठाइयां बॉटनी शु कर दी।
बाइज्जत बरी होने के बाद से ही एनआईटी 86 फरीदाबाद की जनता जगह से ढोल नगाड़ों के साथ संतोष यादव का स्वागत कर रही है और समर्थकों ने कई जगह पगड़ी बांधकर फूल मालाओं से भाजपा नेता का स्वागत किया। स्वागत समारोह में जगह-जगह जनसैलाब और सामाजिक संगठन के लोग उमड़ कर आ रहे हैं। जिसका संतोष यादव ने सभी का तहेदिल से आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर वरिष्ठ समाजसेवी एस के शर्मा, लल्लन साहनी, सचिन तंवर, डॉ शशिकान्त कुशवाह, लल्लन साहनी, मुन्ना शर्मा, अनिल गोयल, रामावतार यादव, भरत मिश्रा, विनोद, राजकुमार, ठाकुर हरस्वरूप, जनवेश यादव, योगेश कोली, मनोज कोली, रविंदर, गुड्डी, सुशीला पांडे, किरण, जगदीश नेताजी, सतीश, परसुराम, चंदन, हीरालाल पंसारी, सिवसिंग, संतोष जायसवाल आदि सेकड़ो पूर्वांचल, ब्यापार मंडल आदि अन्य सामाजिक संगठन और कालोनी वासियों सहित 36 बिरादरी के लोगों ने जोरदार स्वागत किया। इतना बड़ा बड़े बुजुर्गों और सामाजिक संगठन का पाने के बाद संतोष यादव ने कहा कि शासन प्रसाशन और कोर्ट द्वारा 5 साल में जो पीड़ा मैंने सही वो सब इस सम्मान से छूमंतर हो गई और मैं और ताकत के साथ सामाजिक कार्य करूंगा और दलित, पिछड़े और गरीबों की लड़ाई को लडूंगा और सबकी मदद करूंगा।