रक्तदान महादान ही नहीं बल्कि उससे भी बढ़कर है : डॉ अर्पित जैन

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Faridabad News, 29 Dec 2020 : जानवरो से प्रेम और उनकी सेवा करने वाले लोग वैसे ही दया का भंडार होते हैं। उनकी यह सेवा निश्चित रूप से एक अच्छे वातावरण का निर्माण करती है। रोटरी क्लब ऑफ सिटी फरीदाबाद और मि एंड माय ह्यूमन संस्था मिलकर सभी जीव प्रेमियों को जोड़ने का प्रयास करते रहते हैं। इसी कड़ी में रविवार को रक्त – दान शिविर आयोजित किया गया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. अर्पित जैन ने स्वयं रक्त दान किया और लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बच्चों को बचपन से त्याग, दया और सेवा के संस्कार दिए जाने चाहिए जिससे वे परिवार और समाज के जिम्मेदार सदस्य बनेंगे। हमारे आसपास अगर कोई भी गरीब, परेशान व्यक्ति है तो उसकी यथा सम्भव मदद अवश्य करें। साथ ही हमारे घर के आस पास रहने वाले जानवरों के भोजन, पानी, स्वास्थ्य की चिंता सबको करनी चाहिए। अगर बच्चों को बचपन से उनकी सेवा के संस्कार दिए जाएं तो उनके सम्पूर्ण जीवन में दया,प्रेम,सेवा और त्याग के भाव परिलक्षित होंगे जिससे परिवार, समाज व सम्पूर्ण मानवता का फायदा होगा।

डीसीपी मुख्यालय डॉक्टर अर्पित जैन ने बताया कि थैलेसीमिया रक्त से संबंधित बीमारी है, शहर में ऐसे सैकड़ों बच्चे हैं जो थैलेसीमिया जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है इनमें से कुछ बच्चों को 15 दिन बाद तो कुछ बच्चों को 2 माह में ब्लड की आवश्यकता होती है और इनमें से अधिकतर बच्चे ऐसे परिवारों से हैं जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है जिसके कारण हर महीने लगने वाली ब्लड और दवाई की पूर्ति कर पाना इन परिवारों के लिए मुश्किल होता है और कोरोना वायरस के चलते देश में थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों को ब्लड नहीं मिल पा रहा है उन्हें खून उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से रक्तदान शिविर लगाया गया है और मोबाइल व सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं से अपील की गई है कि इस बीमारी से जूझ रहे बच्चों के लिए रक्तदान करें ताकि उनका जीवन बचाया जा सके।

रोटरी क्लब ऑफ सिटी के प्रेजिडेंट डॉ. हेमन्त अत्रि ने कहा कि रक्त दान को महादान कहा गया है। कोरोना काल मे ब्लड बैंक्स में रक्त की भारी कमी आ गयी है, ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को आगे आकर रक्त दान करना चाहिए ।

मि एंड माय ह्यूमन संस्था की संस्थापक सुश्री वृंदा शर्मा , निस्वार्थ रूप से मूक प्राणियों की सेवा में लगी हैं। वे लोगों को जागरूक करने के लिए समय – समय पर विभिन्न कार्यक्रम करती रहती हैं। उनके अनुसार इस कार्यक्रम से जहां लोग पशुओं के प्रति सम्वेदन शील बनेंगे वहीं रक्त दान जैसे पुनीत कार्य से भी जुड़ेंगे।

इस अवसर पर रोटरी ब्लड बैंक अध्यक्ष संजय वाधवान और उपाध्यक्ष दीपक प्रसाद ने लोगो को रक्त दान का महत्व और उसके फायदों के बारे में बताया।

वीमेन्स पावर टीम द्वारा नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति हुई और उसकी संस्थापक चांदनी आज़ाद जी ने सभी का आभार व्यक्त कियाl

मानव रचना यूनिवर्सिटी की डीन ऑफ स्टूडेंट्स श्रीमती छवि भार्गव शर्मा, वॉइस ऑफ वोइसलेस के अजयदीप , पी.एफ.ए. ट्रस्ट के रवि दुबे, श्रीमती संगीता नेगी, कांता सांगवान एवं शहर के कई गणमान्य नागरिक इस कार्यक्रम में सम्मलित हुए।

इस दौरान डीसीपी मुख्यालय डॉ अर्पित जैन ने कहा कि देश में 5 करोड से ज्यादा लोग थैलेसीमिया जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है और जागरूकता की कमी के कारण हर साल 10 से 12 हजार बच्चे थैलेसीमिया के साथ जन्म लेते हैं। ऐसे में रक्तदान शिविर और जागरूकता अभियानों का आयोजन समय-समय पर होते रहना चाहिए ताकि लोगों में रक्तदान को लेकर भावना जगे तथा रक्तदान करने के लिए और भी लोगों को प्रेरित करें।

उन्होंने कहा कि हम सभी को हर 3 महीने में रक्तदान करना चाहिए जिससे किसी जरूरतमंद का तो भला होता ही है साथ ही साथ हमारा शरीर भी स्वस्थ रहता है, रक्तदान करने से खून पतला होता है जो कि हृदय के लिए अच्छा होता है व हार्ट अटैक की आशंका कम हो जाती है और नियमित रक्तदान करने से कैंसर व दूसरी बीमारियों के होने का खतरा भी कम हो जाता है क्योंकि यह शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है।

डीसीपी मुख्यालय डॉ अर्पित जैन ने बताया कि रक्तदान के प्रति छोटी सी जागरूकता इस समस्या को पूरी तरह से खत्म कर सकती है और आपको जानकर आश्चर्य होगा कि किसी भी देश की मात्र 1 फीसद आबादी अगर रक्तदान करें तो उस देश को कभी रक्त की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा इसलिए आगे वे लोगो को रक्तदान के लिए जागरूक करेंगे व ज्यादा से ज्यादा लोगों को रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित भी करेंगे।

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