सूरजकुंड (फरीदाबाद), 30 मार्च। आजादी के अमृत महोत्सव की श्रंखला में मनाए जा रहे 35वें सूरजकुंड मेले की छोटी चौपाल में रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन निरंतर किया जा रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को जिला शिक्षा विभाग फरीदाबाद द्वारा सूरजकुंड हस्त शिल्प मेला परिसर में स्थित छोटी चौपाल एवं हरियाणा राज्य सेवा विधिक प्राधिकरण (फरीदाबाद) के मंचों पर प्रतिदिन सास्कृतिक एवं समाजोत्थान के विभिन्न आयामों से समबद्घ अनेक प्रासांगिक एवं मनमोहक प्रस्तुतियां दी जा रही है।
जिला शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी के मार्गदर्शन में मंच पर प्रस्तुतियां देने हेतू एक मार्गदर्शक समिति का गठन किया गया है। मार्गदर्शक मंडलक की संयोजिका एवं राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, पाली (फरीदाबाद) की प्राचार्या मंदीप कौर ने बताया कि इस समिति के तत्वाधान में समस्त गतिविधियां सुचारू रूप से क्रियान्वित की जा रही है। इस दौरान मार्गदर्शक मंडल की सदस्या एवं राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, धौज (फरीदाबाद) की प्राचार्य सीमा बत्रा विभिन्न गतिविधियों का अवलोकन एवं मार्गदर्शन कर रहीं थी।
छोटी चौपाल के मंच पर राजकीय आदर्श वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, सराय ख्वाजा (फरीदाबाद) की छात्राओं द्वारा शानदार हरियाणवीं लोक नृत्य मत छेड बलम मेरी चूदंड़ ने, ना हो ज्यागी तकरार घनी की प्रस्तुति दी। इस लोक नृत्य ने चौपाल में बैठे व आस-पास खडे लोगों का मन मोह लिया। वहीं इसी कड़ी में राजकीय आदर्श संस्कृत वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, मैवला महाराजपुर (फरीदाबाद) के प्रतिभागियों द्वारा हिमाचली लोक नृत्य प्रस्तुत किया, जिसके बोल मेरे हिकडुए गढबड़ होई बलो चम्बे टार्किया चढदी जी रहे।
राजकीय बाल वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, फरीदाबाद ओल्ड की छात्राओं द्वारा साक्षरता के विषय पर एक लघु नाटिका का शानदार मंचन किया। प्रतिभागियों ने पूर्ण भाव-भंगिमायुक्त संवादों व अभिनय द्वारा सामाजिक जागरूकता हेतु साक्षरता का संदेश दिया। नाटक के माध्यम से लोगों में संदेश दिया गया कि साक्षरता ही मानव जाति की प्रगति और विकास का मूलमंत्र है। केवल साक्षर व्यक्ति ही एक सभ्य समाज का निर्माण कर सकता है।