मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन को लेकर की जाने वाली माॅक ड्रिल का मूल उद्देश्य यही है कि आपदा के समय हर प्रकार की परिस्थिति से निपटने के लिए केवल प्रशासनिक तंत्र ही चैकन्ना न रहे बल्कि आमजन भी इस बारे में जागरुक रहे। उन्होंने कहा कि अलग-अलग विभागों से जुड़े सभी प्रतिनिधि माॅक ड्रिल के माध्यम से आपदा के समय किए जाने वाले बचाव कार्य में अधिक निपुणता भी हासिल करते हैं। उन्होंने मौके पर आपदा से बचाव से संबंधित विभिन्न तकनीकि पहलुओं पर भी चर्चा की। साथ ही मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि जिस उद्देश्य के साथ प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में माॅक ड्रिल का आयोजन किया गया है वह परिपूर्ण होगा और किसी भी प्राकृतिक आपदा में कुशलता के साथ बचाव कार्यों को पूरा किया जा सकेगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि मौजूदा सरकार प्रदेश के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ आपदा एवं राहत जैसे मुद्दों को लेकर भी गंभीर है। प्रदेश सरकार का एकमात्र लक्ष्य सर्वजन का हित है।
मुख्यमंत्री ने माॅक ड्रिल में भाग लेने वाले हरियाणा पुलिस, गृह आरक्षित, हरियाणा अग्निश्मन सेवा के कर्मचारियों की भूमिका की सराहना की। अग्निश्मन के अधिकारियों द्वारा सचिवालय की छठी मंजिल से माॅक ड्रिल के दौरान आपदा की स्थिति में फसे लोगों के बचाव करने एवं प्राथमिक उपचार के साथ-साथ उन्हें अस्पतालों में पहुंचाने की माॅक ड्रिल की।