फरीदाबाद, 06 जनवरी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि रिन्यूएबल एनर्जी राष्ट्र का भविष्य है। प्रदेश सरकार पारंपरिक ऊर्जा स्रोत की बजाए ग्रीन एनर्जी पर फोकस कर रही है। इसी उद्देश्य के लिए वर्ष 2020-21 में प्रदेश में 15 हजार सोलर पंपिंग सिस्टम स्थापित किए हैं। प्रदेश में वर्ष 2022-23 में पहले फेज में 50 हजार सोलर वाटर पंपिंग सिस्टम लगाने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग हरियाणा द्वारा शुरू की गई पीएम कुसुम योजना के विधिवत लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 219 किसानों को प्रमाण पत्र वितरित किए तथा 68 सोलर पंपिंग सिस्टम का आभासी उद्घाटन किया। स्थानीय स्तर पर उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने जिला फरीदाबाद के 10 किसानों को सर्टिफिकेट वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सिंचाई के क्षेत्र में प्रयोग हो रहे सभी डीजल इंजन के स्थान पर सोलर पंपिंग सिस्टम लगाए जाएंगे। इसके साथ-साथ बिजली से चलने वाले पंप की बजाए सोलर पंप को बढ़ावा दिया जाएगा। पीएम कुसुम योजना के तहत सोलर पंप सिस्टम पर खर्च होने वाला 75 फ़ीसदी पैसा सरकार दे रही है तथा किसान को केवल 25 फ़ीसदी पैसा ही खर्च करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा को बिजली पर 6500 करोड रुपए सब्सिडी देनी पड़ती है। गैर पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के प्रयोग से यह सब्सिडी का बोझ भी कम होगा।
उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जहां पर 1 साल के अंदर 15000 सोलर पंपिंग सिस्टम स्थापित किए हैं। हरियाणा में 320 दिन सूर्य अच्छी तरह से चमकता है। ऐसे में हमें कोयला आधारित बिजली की निर्भरता कम करनी है और सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना है। इसी प्रकार हरियाणा वेस्ट टो एनर्जी के क्षेत्र में भी कार्य कर रहा है।
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि कृषि वह किसान का विकास हो तथा उनकी खेती का खर्च कम से कम हो इसी उद्देश्य से प्रदेश में सोलर पंपिंग सिस्टम को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर यूजर गाइड पुस्तक का भी विमोचन किया जिसको पढ़कर किसान इस सिस्टम का अच्छी तरह से रखरखाव पर कर पाएंगे।
सीएम ने किया जिला फरीदाबाद के 10 किसानों के सोलर वाटर पंपिंग सिस्टम का आभासी उद्घाटन
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के किसानों के 68 सोलर वाटर पंपिंग सिस्टम का उद्घाटन किया। इनमें जिला फरीदाबाद के 10 किसानों के सोलर पंपिंग सिस्टम शामिल है। कार्यक्रम के बाद उपायुक्त जितेंद्र यादव ने जिला के 10 किसानों को उद्घाटन के साथ ही प्रमाण पत्र भी दिए गए हैं।
इस मौके पर नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के सहायक परियोजना अधिकारी रविकांत शर्मा ने बताया कि जिला फरीदाबाद में इस वित्त वर्ष के दौरान किसानों को सोलर वाटर पंपिंग सिस्टम दिए गए हैं। पीएम कुसुम योजना के तहत इन सभी किसानों को कुल लागत का केवल 25 फ़ीसदी खर्च ही वहन करना पड़ा है। शेष 75 फ़ीसदी खर्च सरकार उठा रही है।
उन्होंने बताया कि इस पंपिंग सिस्टम से किसान दिन सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली के माध्यम से अपने खेतों को सिंचित कर सकता है। इस सिस्टम के लगने से इन्हें केवल किसानों का खर्चा कम होगा बल्कि उनकी पैदावार भी बढ़ेगी।
इस योजना के तहत आज जिला के इन किसानों को दिए प्रमाण पत्र दिए गए जिसमे गांव घरोड़ा से श्रवण कुमार त्यागी, मलेरना गांव से राजकुमार, खोरी-जमालपुर गांव से सोनिया हांडा, खोरी-जमालपुर से हर्ष रामपाल, गांव चांदपुर से रचना भरद्वाज, एमसीएफ ओल्ड जोन-1 से इश्वर सिंह भड़ाना, गांव चांदपुर से विपिन कुमार, गांव धौज से सुखबीर सिंह सैनी, गांव नीमका से बबिता, सूरजकुंड से दीपा भाटी शामिल हैं।