Chandigarh News, 25 Sep 2020 : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मौजूदा राज्य सरकार ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय के अंत्योदय के दर्शन पर चलते हुए पिछले लगभग 6 साल में सारे समाज को अपना मानकर हर व्यक्ति का विकास करने तथा नौकरियों व बदलियों में भ्रष्ट्राचार खत्म करने का प्रयास किया है।
श्री मनोहर लाल आज यहां पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर वेबिनार के माध्यम से गोहाना में कार्यक्रम से जुड़े लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पंडित दीन दयाल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर नमन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन हम सबके लिए प्रेरणा का दिन है। देशभर में हर कार्यकर्ता पंडित दीन दयाल उपाध्याय की विचारधारा को याद कर रहा है। पंडित दीन दयाल का मानना था कि जब तक गरीब का विकास नहीं होगा तब तक समाज का विकास नहीं होगा। इसलिए समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर पूरे समाज का विकास करना है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह खुशी की बात है कि वर्ष 2010 में पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रिय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने मुझे अंत्योदय प्रकोष्ठ का अखिल भारतीय दायित्व सौंपा था।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि सह-अस्तित्व का सिद्धांत कहता है कि समाज के अलग-अलग स्तर के लोगों में दूरियां नहीं होनी चाहिए। दूरी जितनी ज्यादा होगी, उतनी ही ईष्र्या होगी। उन्होंने कहा कि दुनिया में मुख्य तौर पर दो विचारधाराएं हैं। एक विचारधारा है कि पिछड़े लोगों को किस तरह से समाज के सम्पन्न वर्ग के साथ लाया जाए और उन्हें आगे बढ़ाया जाए। हम दो वर्गों के इस अन्तर को कम करने और आत्मीयता की बात करते हैं। इसके विपरीत दूसरी विचारधारा समाज में दूरी बढ़ाने का काम करती है। आज यह विचारधारा समाप्त हो रही है जबकि हमारी विचारधारा को पूरी दुनिया स्वीकार कर रही है।
पंडित दीन दयाल उपाध्याय की सादगी से जुड़े एक प्रसंग का उल्लेख करते हुए श्री मनोहर लाल ने कहा कि वे एक बार सडक़ किनारे बैठे एक नाई से अपने बाल कटवाने लगे। तभी पास से गुजर रहे एक व्यक्ति ने उन्हें पहचान लिया और कहा कि इतने अच्छे-अच्छे सैलून छोडक़र आप पेड़ के नीचे बाल कटवा रहे हैं। इस पर पंडित दीन दयाल ने कहा कि सैलून वाले नाई सम्पन्न हैं। यदि मैं उनसे बाल नहीं कटवाऊंगा तो उन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा जबकि इसको पैसे की जरूरत है। मैं इससे बाल कटवाऊंगा तो इसे रोजगार मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय की रुचि राजनीति के बजाय सामाजिक कार्यों में अधिक थी। उनकी बातों से हमें निरूस्वार्थ भाव से काम करने की प्रेरणा मिलती है। गत 6 वर्षों के कार्यकाल में हमने उनकी विचारधारा पर चलते हुए व्यवस्था परिवर्तन का काम किया है। युवाओं को मैरिट के आधार पर नौकरियां दी हैं। यह सब हमने वोटों के लिए नहीं बल्कि एक संदेश देने के लिए किया है ताकि लोग मेहनत के बल पर आगे बढ़ें। इन कार्यों के चलते इस बार हम 3 प्रतिशत वोट अधिक लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि जिस घर में एक भी सरकारी नौकरी नहीं है, उसके लिए हमने 5 प्रतिशत अंक देने की व्यवस्था की। न्यायालय ने भी इस निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि वेल्फेयर की इससे बढिया स्कीम नहीं हो सकती।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में पौने 3 करोड़ की आबादी की आर्थिक स्थिति का पता लगाने के लिए हमने परिवार पहचान पत्र के नाम से एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। इसके तहत स्थानीय कमेटियों के माध्यम से लोगों की आर्थिक स्थिति का सत्यापन करवाया जाएगा। लोगों को उपलब्ध शिक्षा, भोजन और स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं का पता लगाया जाएगा। इसके बाद, नीचे रह गए परिवारों की पहचान करके उन्हें सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि सम्पन्न व्यक्ति अपनी आजीविका स्वयं चला सकता है जबकि कमजोर व्यक्ति को सहायता की जरूरत है।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जरूरतमंद लोगों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए एक अनूठी योजना शुरू की है जिसके तहत 5 लाख रुपये तक का खर्च सरकार वहन करेगी। उन्होंने कहा कि हमने पांच ‘एस’- शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वावलंबन और स्वाभिमान का मंत्र दिया है। हमें समाज में इन सब चीजों के साथ देशभक्ति का भाव भरना है। हमें संकट के समय को भी हराकर देश और समाज को आत्मनिर्भर बनाना है ताकि हर आदमी अपने पैरों पर खड़ा हो सके। इसके लिए नई शिक्षा नीति लागू की गई है। युवाओं के कौशल विकास की योजना शुरू की गई है ताकि हर युवक कुछ न कुछ निर्माण करके देश को आगे बढ़ाए। पंडित दीन दयाल का मानना था कि उत्पादकता की पराकाष्ठïा होनी चाहिए ताकि हम वह उत्पाद देश के बाद दुनिया को भी दे सकें। इसके साथ ही हमें अपने उपभोग पर संयम रखना चाहिए। पिछले 6 महीने में हमने खपत पर संयम बरता है और कोरोना जैसी चुनौती को अवसर में बदलने का काम कर रहे हैं।
करनाल से सांसद संजय भाटिया और राई से विधायक मोहन लाल बड़ौली समेत कई कार्यकर्ता वेबिनार के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े।