फरीदाबाद, 13 अगस्त : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल 15 अगस्त, 2021 को अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद में लगभग 70 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ को देशभर में अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल स्वतंत्रता का उत्सव नहीं है, बल्कि यह विकास के पथ पर नए आयाम स्थापित करने का भी दिन है ताकि आने वाली पीढ़ी के लिए एक बेहतर कल का निर्माण किया जा सके। इसी के दृष्टिगत विश्वविद्यालय ने 15 अगस्त, 2021 को लोकार्पण समारोह का आयोजन किया है तथा इस दिन को विकास पर्व के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इस दिन मुख्यमंत्री विश्वविद्यालय में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जिनमें से अधिकांश परियोजनाओं की आधारशिला 2017 में उनके द्वारा रखी गई थी। परियोजनाओं में दो बहुमंजिला इमारतें विज्ञान खंड और आवासीय परिसर, स्वर्ण जयंती द्वार, अत्याधुनिक डिजिटल स्टूडियो और रॉयल एनफील्ड ट्रेनिंग सेंटर (कौशल विकास) शामिल हैं। मुख्यमंत्री विश्वविद्यालय के कुलगीत तथा विश्वविद्यालय के इतिहास, गतिविधियों एवं उपलब्धियों पर आधारित एक कॉफी टेबल बुकलेट का विमोचन भी करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री फरीदाबाद-गुरूग्राम मार्ग पर बनने वाले विश्वविद्यालय के नये कैंपस को लेकर प्रगति का जायजा भी लेंगे।
इस अवसर पर ऊर्जा एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर विशिष्ट अतिथि रहेंगे। समारोह में हरियाणा के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा, फरीदाबाद क्षेत्र के स्थानीय विधायकों के अलावा कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहेंगे।
लोकार्पण समारोह को विश्वविद्यालय के इतिहास का महत्वपूर्ण दिन बताते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि मौजूदा सरकार के विगत 6 वर्षों में विश्वविद्यालय में जितना विकास हुआ है, उतना पहले कभी नहीं हुआ। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि 20 एकड़ क्षेत्र में स्थापित जे.सी. बोस विश्वविद्यालय ने तकनीकी शिक्षा में अपनी अलग छाप छोड़ी है। हालांकि, जगह की कमी को देखते हुए विश्वविद्यालय ने नई बहुमंजिला भवन सुविधाओं के साथ लम्बवत विस्तार पर बल दिया है।
नई परियोजनाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने बताया कि लगभग 20 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नौ मंजिला विज्ञान खण्ड में भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित, पर्यावरण विज्ञान एवं इंजीनियरिंग जैसे विज्ञान विभागों की जरूरतों को पूरा करेगा। इस भवन में 24 लैब और 21 क्लासरूम सुविधा विकसित की गई हैं। इसके अलावा, विज्ञान खण्ड़ के भूतल पर 2 करोड़ रुपये की लागत से एक अत्याधुनिक डिजिटल स्टूडियो की स्थापना भी की है। यह स्टूडियो विद्यार्थियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण और अनुभव प्रदान करने के साथ-साथ संबंधित क्षेत्रों की परियोजनाओं पर काम करने तथा अध्ययन के लिए आनलाइन कंटेट तैयार करने में मददगार साबित होगा।
इसी प्रकार लगभग 45 करोड़ रुपये की लागत से बहुमंजिला आवासीय परिसर का निर्माण किया गया है। दो नौ मंजिला इमारतों के साथ गेटेड आवासीय परिसर विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों को आवासीय सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। इस परिसर में 3 बीएचके और 2 बीएचके फ्लैट विकसित किये गये हैं जोकि सभी बुनियादी सुविधाओं जैसे मॉड्यूलर किचन, लिफ्ट, पावर बैक-अप, स्टिल्ट और बेसमेंट पार्किंग से सुसज्जित हैं। परिसर में विदेशी विद्यार्थियों के लिए छात्रावास की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
इसके अलावा, विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती द्वार का उद्घाटन भी मुख्यमंत्री द्वारा किया जायेगा। विभिन्न क्षेत्रों में विश्वविद्यालय के छात्रों की उत्कृष्टता का प्रतीक के रूप में इस स्थापित स्वर्ण जयंती द्वार का निर्माण पूर्व छात्र संघ – वाईएमसीए माॅब द्वारा किया गया है। विद्यार्थियों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए मोटरसाइकिल निर्माण कंपनी रॉयल एनफील्ड के सहयोग से विकसित प्रशिक्षण केंद्र का लोकार्पण भी भी मुख्यमंत्री द्वारा किया जायेगा।