Faridabad News, 03 Feb 2019 : 33वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में रविवार को हरियाणा के मुख्य सचिव डीएस ढेसी ने दौरा किया। यहां उन्होंने कहा कि सूरजकुंड मेला पूरी दुनिया मे भारत और हरियाणा की शान बढ़ाता है। यह विश्वप्रसिद्ध मेला जहां लाखों लोगों को रोजगार देता है वहीं हरियाणा की महान सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का मुख्य मंच भी है। श्री ढेसी ने कहा कि यहां के मंच से विदेशों की संस्कृति से भारतीय रूबरू होते हैं और इस नाते सांस्कृतिक आदान-प्रदान का भी बड़ा केंद्र है।
श्री ढेसी ने बताया कि हर वर्ष सूरजकुंड मेले की भव्यता में लगातार बढ़ौतरी हो रही है और सभी वर्गों के लिए यह एक बेहतरीन केंद्र बन चुका है। उन्होंने बताया कि इस बार मेले में सभी प्रबंध और अधिक बेहतरीन ढंग से किए गए हैं और पिछले वर्षों के अपेक्षा ज्यादा देशों के प्रतिनिधि इस मेले में शामिल हुए हैं। श्री ढेसी ने बेहतरीन आयोजन के लिए मेला प्रशासन व जिला प्रशासन को बधाई भी दी।
सुबह करीब 11 बजे मुख्य सचिव श्री डीएस ढेसी का 33वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। मुख्य द्वार से देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे कलाकर उन्हें लेकर आगे बढ़े। मुख्य सचिव ने यहां पहुंचने के बाद सबसे पहले मुख्य सडक़ पर लगाए गए महेंद्रगढ़ के माधोगढ़ किले को लेकर हरियाणा सरकार द्वारा बनाई जा रही योजना की जानकारी ली। यहां अधिकारियों ने उन्हें बताया कि माधोगढ़ किला व आस-पास पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं इसलिए पर्यटन विभाग इस किले को बेहतरीन ढंग से संजो रहा है।
इसके बाद मुख्य सचिव अंतरराष्ट्रीय स्टालों में पहुंचे और वहां सहभागी देश थाईलैंड के विभिन्न स्टालों पर वहां के हैडीक्राफ्ट के विषय में जानकारी ली। उन्होंने अलग-अलग हैंडीक्राफ्ट और उन्हें बनाने के तरीकों के बारे में भी विस्तार से पूछा। इसके साथ ही मुख्य सचिव साऊथ अफिका के स्टाल पर गए और उनके बनाए सजावटी हैंडीक्राफ्ट की प्रशंसा की। श्री ढेसी नीदरलैंड सहित कई भारतीय शिल्पियों के स्टालों पर भी गए।
इसके बाद मुख्य सचिव अपना घर में पहुंचे। यहां अपना घर में डा. महासिंह पुनिया ने उन्हें पगड़ी बांधी और स्वागत किया। इसके बाद अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उन्होंने सामुहिक चित्र करवाया और कहा कि हरियाणवी संस्कृति को सहेजने का यह एक बेहतरीन प्रयास है और हमारी भावी पीढिय़ां यहां आकर अपनी प्राचीन संस्कृति व जीवन शैली से रूबरू होती है। इसके बाद मुख्य उन्होंने महाराष्ट्र के रायगढ़ किले की प्रतिकृति देखी और कहा कि यह प्रतिकृति वर्षों तक यहां आने वाले सैलानियों के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरता से अवगत करवाती रहेगी।
इसके बाद मुख्य सचिव ने बड़ी चौपाल पर पहुंचकर विभिन्न देशों के कलाकारों द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी देखे। इस अवसर पर उनके साथ अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल, पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजय वर्धन, रिटायर्ड डिफेंस सचिव प्रदीप कुमार, डीसी अतुल कुमार, एडीसी जितेंद्र दहिया, सीटीएम बलीना सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।