फरीदाबाद, 28 अगस्त। जिला उपायुक्त जितेंद्र यादव ने बताया कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आगामी एक सितंबर से चौथी और पांचवीं कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोले जाएंगे। आपको बता दें गत 16 जुलाई से 9वीं से 12वीं के छात्रों के लिए स्कूलों को खोले गए थे। इसके बाद 23 “जुलाई से छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए लंबे समय बाद स्कूलों को खोला गया था। तब से स्कूलों में विद्यार्थियों की चहल पहल मिल रही है।
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जारी नियमानुसार गत 20 जुलाई से कोविड-19 हिदायतों के अनुसार वैक्शीनेशन की अवसर एप की रिपोर्ट बारे जिला के सभी स्कूलों के शिक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वह अपनी वैक्सीन लगवाने की रिपोर्ट अवसर एप पर भरें। जिन शिक्षकों को अभी वैक्सीन नहीं लगी है। उनके लिए जिला शिक्षा अधिकारी ने सीएचसी/स्कूल स्तर पर वेक्सीनेशन की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 कोरोना वायरस काल के चलते देखी जाए तो संतोषजनक है। उन्होंने बताया कि परंतु सभी स्कूलों को यह कहा गया है की उपस्थिति 100 प्रतिशत करने पर जोर दें।
खण्ड शिक्षा अधिकारी बलबीर कौर ने बताया कि शिक्षा विभाग के निर्देशन में जिला की सभी सीआरसी के साथ कुल आठ टीमें बनाई हुई हैं, जो नियमित रूप से अपने अपने सीआरसी के स्कूलों की मॉनिटरिंग करके जो भी कमियां होती हैं उनका निराकरण करवा रही हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें आवश्यक सुझाव देते हुए कार्यालय को रिपोर्ट करने को कहा गया है।
आपको बता दें राज्य के सरकारी तथा प्राइवेट विद्यालयों को कक्षा चौथी तथा पांचवीं में पढ़ रहे विद्यार्थियों के पढने के लिए 01 सितम्बर से राज्य सभी सरकारी तथा प्राइवेट विद्यालयों को खोला जा रहा है। इसके लिए कोविड-19 के नियमों अनुसार सामाजिक दूरी की अनुपालना करते हुए कक्षाओं का संचालन करने की गत वर्ष जारी की गई एसओपी/ SOP और इसके लिए प्रशिक्षण वीडियो (अध्यापकों, अभिभावकों तथा विद्यार्थियों के लिए) पहले ही उपलब्ध करवा दी गई है। इसका प्रसारण EDUSAT के माध्यम से भी किया जा रहा है। विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन/मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा जारी रखते हुए विद्यालय खोले जा रहे हैं। ऐसे विद्यार्थी जो ऑनलाइन शिक्षा से जुड़े रहकर अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं, उन्हें इसकी अनुमति रहेगी।
विद्यार्थी अपने माता-पिता की लिखित अनुमति मिलने पर ही विद्यालयों में पढ़ने के लिए बुलाए जाएंगे। विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर कोई बाध्यता नहीं रहेगी तथा इस बारे विद्यार्थियों पर किसी भी प्रकार का दबाव नहीं बनाया जाएगा।माता-पिता की पूर्व अनुमति से विद्यालय आने वाले विद्यार्थियों के लिए समुचित कार्यवाही करें तथा अपने क्षेत्राधिकार के विद्यालयों में इस सूचना का सम्प्रेषण तुरन्त प्रभाव से करते हुए विद्यार्थियों के आने से पूर्व एसओपी/ SOP में दिए गए दिशानिर्देशों की अनुपालना में समुचित व्यवस्था करें।