फरीदाबाद, 8 अक्टूबर: मानव रचना शैक्षणिक संस्थान और नगर निगम फरीदाबाद के स्वच्छ स्कूल, स्वच्छ घर अभियान के अंतर्गत मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर-14 में सस्टेनेबल कम्यूनिटी लिविंग पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस दौरान पर्यावरण प्रेमियों ने अपना अनुभव साझा किया।
कार्यक्रम में शामिल वे ऑफ लाइफ एनजीओ की फाउंडर सीए प्रियंका गर्ग ने कहा, कोरोना ने हमें सिखाया हमारी लिविंग कास्ट कम है लेकिन लाइफ स्टाइल कॉस्ट बहुत ज्यादा है। सस्टेनेबल लिविंग का मतलब हर किसी को एंपावर करना है।
20 साल के पर्यावरण विद समर्थ खन्ना ने बताया, उन्होंने बताया, जब वह स्कूल जाते थे तो देखते थे कि घर के पास एक खाली जमीन पर बहुत कूड़ा हो रहा है। उन्होंने उसे हटाने का कार्य शुरू किया और आज उस जगह पर मिनी फॉरेस्ट है। उस जमीन पर उन्होंने कंस्ट्रक्शन वेस्ट से पाथ भी बनाया है। इस मिनी फॉरेस्ट में लुप्त हो रहे पौधे लगाए हैं, इसके अलावा वहां हर मौसम में अलग-अलग पक्षी आते हैं।
ईको क्लब की नीता गुप्ता, पल्लवी साचन, शालिनी अग्रवाल और डॉ. कामना बक्शी की ओर से वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप में वेस्ट सेग्रेगेशन, अलग-अलग तरह के प्लास्टिक बैग्स की जानकारी, ईको ब्रिक के बारे में जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में रेडियो मानव रचना की डायरेक्टर डॉ. गुरजीत चावला ने बताया कि एमसीएफ और मानव रचना शैक्षणिक संस्थान की स्वच्छ घर, स्वच्छ स्कूल का लगातार प्रचार प्रसार किया जा रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जा सके और पर्यावरण को बचाया जा सके।
कार्यक्रम में मानव रचना के डीजी डॉ. एनसी वधवा, वीसी डॉ. संजय श्रीवास्तव, फैकल्टी मेंबर्स, छात्र, आरडब्ल्यूए के मेंबर्स समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।