Faridabad News, 21 April 2019 : ईसाई समुदाय द्वारा आज ईस्टर पर्व पर एनआईटी-5 स्थित शान्ति निवास चर्च में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। सबसे पहले प्रार्थना कोंलबो में चर्चो में हुए बम ब्लास्ट में घायल व मृत लोगों केपरिजनो के लिए की गयी कि उन्हे इस दुखद घडी में प्रभु संभलने की ताकत दे। इस मौके पर पास्टर एम.पी.सोना ने कहा कि यह बहुत ही दुखद घटना है जिससे पूरा ही ईसाई समुदाय आज क्षुब्ध है। उन्होंने कहा कि इस बम ब्लास्ट की घटना को अंजाम देने वालों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाये एवं घायल व मृत लोगों के परिजनों को आर्थिक सहायता मुहैया करायी जाये। इस मौके पर सभी ने दो मिनट का मौन रखकर मृतको के प्रति अपनी श्रृद्धाजंलि अर्पित की।
पास्टर एम.पी.सोना ने कहाकि ईसाई धर्म के अनुसार ईसा मसीह को जब सूली पर लटका दिया गया था तब वह तीन दिन बाद पुनर्जीवित हो उठे थे। इसी दिन को ईसाई ईस्टर दिवस के रूप में मनाते हैं। ईस्टर अमूमन संडे यानि रविवार के दिन ही मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि ईसाई धर्म में ईस्टर एक बेहद महत्त्वपूर्ण दिन माना जाता है। यह पर्व कभी भी साल के किसी निश्चित दिन नहीं मनाया जाता बल्कि इसकी तारीख हर साल बदलती रहती है। आमतौर पर यह मार्च और अप्रैल महीने के बीच में ही मनाया जाता है। उन्होने कहा कि ईस्टर पर्व 4० दिनों तक मनाया जाता है इस दौरान सभी ईसाई उपवास, प्रार्थना और प्रायश्चित करते हैं। ईस्टर पर्व के मुताबिक ईस्टर से पहले वाले शुक्रवार को गुडफ्राइडे मनाया जाता है। गुडफ्राइडे के दिन ही ईसा मसीह को सूली पर लटकाया गया था। ईस्टर से पहले आने वाले सप्ताह को पवित्र सप्ताह कहा जाता है।