Faridabad News, 25 June 2021 : डीएवी शताब्दी महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग S.F.S. के छात्रों ने अनूठी पहल करते हुए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर एक दिवसीय रचनात्मक कार्यशाला के माध्यम से समाज में आज भी व्याप्त लैंगिक असमानता के गंभीर मुद्दे को सबके समक्ष पुनः उजागर किया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि एवं कॉलेज प्राचार्या डॉक्टर सविता भगत के छात्रों को दिए गए आशीर्वचनों से की गई। उन्हीं के संरक्षण और प्रोत्साहन से कार्यशाला का आयोजन संभव हुआ। कार्यशाला के संयोजक श्री मुकेश बंसल और संयोजिका श्रीमती ललिता ढींगरा के निर्देशन और मार्गदर्शन से छात्र छात्राओं को एक बार पुनः ऑनलाइन अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्राप्त हुआ।
इस कार्यशाला में छात्र छात्राओं ने पोस्टर्स, पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन, गीत, कविता, नृत्य और कला के माध्यम से स्त्री, पुरुष और ट्रांसजेंडर के अधिकारों और जिम्मेदारियों की समानता पर सबका ध्यान आकर्षित किया।
इस वर्चुअल क्रिएटिव वर्क शॉप में बीकॉम ऑनर्स, टीपीपी और सीए के छात्र छात्राओं ने नारी और पुरुष की चुनौतियों के साथ- साथ समाज से बहिष्कृत पर-लैंगिक व्यक्तियों के संघर्ष और सफलता की गाथा को बहुत ही खूबसूरती और रचनात्मकता के साथ सबके समक्ष प्रस्तुत किया। इस कार्यशाला के माध्यम से छात्र छात्राओं ने समाज को यह संदेश दिया कि स्त्री हो या पुरुष या ट्रांसजेंडर सभी ईश्वर के द्वारा रचित अनुपमाकृति है जिनमें भेदभाव करना सृष्टि की संरचना का अपमान करना है अतः सभी को समस्त लिंगों को उनकी विशिष्ट विभिन्नताओं के साथ न केवल स्वीकार करना चाहिए अपितु प्रत्येक के साथ प्रेम और सम्मान के साथ व्यवहार करना चाहिए। इस कार्यशाला में मुख्य रूप से प्रिंस, खुशबू इंद्राणी,तनु,पावनी,गरिमा, शीतल,प्रियंका,साक्षी, शिवानी, ऋषभ, कनिका, रिया, निकिता, अदिति, चयनिका, प्रीति शर्मा छात्र छात्राओं का विशेष योगदान रहा। कार्यशाला की कार्यकारी सचिव मिस बिंदु रॉय और मिस गार्गी शर्मा के अथक प्रयास से और तकनीकी क्षेत्र में मिस प्रिया सेठी के सहयोग से इस कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस कार्यशाला को लेकर सभी छात्र छात्राओं में अत्यंत हर्ष और उत्साह देखा गया। कॉलेज की प्राचार्या डॉक्टर सविता भगत ने वाणिज्य विभाग एसएफएस को इस कार्यशाला के आयोजन के लिए बधाई दी। कार्यशाला में भाग लेने वाले समस्त प्रतिभागियों को ई सर्टिफिकेट देकर उनकी प्रतिभा का सम्मान किया गया।