Faridabad News, 31 July 2021 : जे. सी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए फरीदाबाद के कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग द्वारा बिग डाटा कंप्यूटिंग में उभरते ‘अनुसंधान क्षेत्रों’ पर एक सप्ताह का शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग कार्यक्रम (एसटीटीपी) संपन्न हुआ । यह कार्यक्रम एआईसीटीई द्वारा प्रायोजित था। कार्यक्रम का संचालन शिक्षा और उद्योग क्षेत्र के विद्वानों द्वारा किया गया।
साप्ताहिक कार्यक्रम को प्रतिदिन तीन सत्रों में बांटा गया था। समापन दिवस समारोह के पहले सत्र में दिल्ली स्थित इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कमल उपरेती, दूसरे सत्र में डेटा साइंटिस्ट, जुबिलेंट फूडवर्क्स लिमिटेड के मोहित कुमार ने संवेदी तंत्रिका नेटवर्क तथा तीसरे एवं अंतिम सत्र समारोह में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान और अनुप्रयोग विभाग के प्रोफेसर नसीब सिंह गिल मुख्य अतिथि एंव वक्ता के रूप में शामिल हुए।
इस सम्मेलन में शोधकर्ताओं, संकाय सदस्यों और विद्यार्थियों सहित देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग दो सौ प्रतिभागियों ने भाग लिया। सम्मेलन के समापन सत्र की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति दिनेश कुमार ने की। जे.सी बोस विश्वविद्यालय के सूचना विज्ञान और कंप्यूटिंग संकाय के डीन प्रो कोमल भाटिया ने कार्यक्रम का सभापतित्व किया। प्रो अतुल मिश्रा कम्प्यूटर इंजीनियरिंग विभाग बतौर कार्यक्रम संचालक तथा एसोसिएट प्रोफेसर डॉ ज्योति बतौर कार्यक्रम संयोजक सभा का हिस्सा रहे।
समापन सत्र समारोह के अवसर पर प्रोफेसर नसीब सिंह गिल ने अपने संबोधन में आकार लेती नवीन प्रौद्योगिकी की महत्ता और उसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने कहा, ‘बिग डाटा’ कंप्यूटर विज्ञान में उभरता हुआ क्षेत्र है जिसमें अनुसंधान की अपार संभावनाएं एवं गुंजाइश है। इसके अतिरिक्त उन्होंने संकाय विकास कार्यक्रम के शिक्षण क्षेत्र में लाभ के बारे में बताया। विश्वविद्यालय के कुलपति,आयोजकों एवं कार्यक्रम से जुड़े अन्य लोगों का धन्यवाद करते हुए अपने संबोधन को विराम दिया।
साप्ताहिक श्रंखला के समापन दिवस समारोह में डॉ. ममता ने संकाय विकास कार्यक्रम पर आधारित रिपोर्ट प्रस्तुत की,एंव अंत में धन्यवाद प्रस्ताव देते हुए डॉ प्रीती ने सम्मेलन के वक्ताओं,अतिथियों तथा प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया