Faridabad News, 10 Nov 2020 : फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक आनन्द कौशिक ने बरौदा उपचुनाव में कांग्रेस की हुई ऐतिहासिक जीत का श्रेय हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षा कुमारी शैलजा, पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा प्रभारी विवेेक बंसल सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को देते हुए कहा कांग्रेस ने हमेशा कार्यकर्ताओं का मान सम्मान बढ़ाया है। आज बरोदा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी इंदूराज नरवाल उर्फ भालू की जीत पर खुशी मनाते हुए पूर्व विधायक आनंद कौशिक ने अपने क्षेत्र में स्थित ऑफिस पर लड्डू बांटकर कार्यकर्ताओं का मुंह मीठा कराया। इस अवसर पर उनके साथ हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव बलजीत कौशिक, पूर्व पार्षद अनिल शर्मा, विनोद कौशिक अधिवक्ता, रंधावा फागना, राजकुमार यादव, जगदीश पाराशर, जयभगवान भारद्वाज, राजू, काशीराम विजयपाल, विजेंद्र, गंगाराम गोयल आदि कांग्रेस कार्यकर्ता विशेष रूप से मौजूद थे।
इंदुराज नरवाल उर्फ भालू जैसे कर्मठ कार्यकर्ता ने भाजपा के प्रत्याशी पहलवान योगेश्वर दत्त को भारी मतों से हराकर विजय हासिल की है। जोकि भाजपा की किसान विरोधी नीतियों और उसके संवेदनहीन शासन और अकुशल नेतृत्व का नतीजा है।
इस अवसर पर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं फरीदाबाद के पूर्व विधायक आनंद कौशिक के अनुज बलजीत कौशिक ने कहा कि 10 सालों के कांग्रेस कार्यकाल में हुए हरियाणा सहित बरौदा क्षेत्र में कराए गए विकास कार्याे की बदौलत जनता ने उन्हें दीपावली पर नायाब तोहफा दिया है। श्री कौशिक ने इसे प्रदेश के कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने वाली विजयी करार दिया। उन्होंने कहा कि इस जीत ने पूरे प्रदेश के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में एक नए जोश का संचार किया है और इस चुनाव में पूरे प्रदेश के कार्यकर्ताओं ने दिन-रात पार्टी के पक्ष में प्रचार प्रसार करके कांग्रेस को मजबूत करने में कोई कोर कसर बाकि नहीं छोड़ी, यही कारण है कि कांग्रेस प्रत्याशी इंदुराज नरवाल ने यहां से 12300 वोटों के भारी अंतर से जीत हासिल की। श्री कौशिक ने कहा कि इस उपचुनाव को जीतने के लिए भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने साम-दाम-दंड-भेद की नीति अपनाते हुए न केवल सरकारी तंत्र का इस्तेमाल किया बल्कि मतदाताओं को लुभाने के लिए अनेक प्रकार के प्रलोभन दिये। परंतु बड़ौदा की समझदार जनता ने भाजपा के इन प्रलोभनों में ना आकर कांग्रेस प्रत्याशी को भारी मतों से विजयी बनाया।