Faridabad News, 04 Oct 2018 : प्रदेश सरकार द्वारा 24 मई के समझौते को लागू न करने की वादाखिलाफी के खिलाफ नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। आज हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को तिगांव विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक ललित नागर व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव सुमित गौड़ ने नगर निगम मुख्यालय के समक्ष धरनास्थल पर पहुंचकर उन्हें कांग्रेस पार्टी की ओर से समर्थन देते हुए उनकी सभी मांगों को जायज करार देते हुए सरकार से मांग करते हुए कहा कि अपने वायदे अनुसार भाजपा सरकार कर्मचारियों की सभी मांगों का पूरा करके अपना वायदा निभाने। हड़ताल के कारण आज भी बल्लभगढ़, ओल्ड फरीदाबाद व एनआईटी जोन में कामकाज पूरी तरह से ठप्प रहा। धरने पर बैठे कर्मचारियों को संबोधित करते हुए विधायक ललित नागर ने भाजपा सरकार को कर्मचारी विरोधी सरकार करार देते हुए कहा कि इस सरकार में आज हर विभाग का कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरने-प्रदर्शन करने को मजबूर हो रहा है, चाहे गेस्ट टीचर हो, लैब टैक्रीशियन या फिर सफाई कर्मचारी हो, सभी सरकार की नीतियों से त्रस्त है। उन्होंने कहा कि सरकार ने मई माह में जो कर्मचारी नेताओं से बात करके हड़ताल को खत्म करने की गुजारिश की थी, आज फिर ऐसी क्या जरुरत आन पड़ी, जो कर्मचारियों को हड़ताल पर जाना पड़ा। उन्होंने कहा कि आज कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से शहर में जगह-जगह गंदगी के ढेर लग गए है, जिससे मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारियां पनप रही है, जिसके लिए सीधे तौर पर प्रदेश सरकार जिम्मेदार है। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए सुमित गौड़ ने सरकार द्वारा चाईना की कंपनी ईकोग्रीन द्वारा घर-घर से कूड़ा उठाने की व्यवस्था पर कड़ा हमला बोलते हुए कहा कि शहर में ईकोग्रीन के नाम पर बड़ा घोटाला किया जा रहा है, जबकि सच्चाई यह है कि जब नगर निगम पर सफाई कर्मचारियों की इतनी बड़ी फौज है तो उन्हें ईको ग्रीन की क्या जरुरत थी, इन्हीं कर्मचारियों की मांगों को सरकार पूरा कर देती तो यही कर्मचारी पूरी मेहनत से कार्य कर शहर को स्मार्ट बना देते। उन्होंने कर्मचारियों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि उन्हें घबराने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि प्रदेश में अगली सरकार कांग्रेस की बनने वाली है और उसके बाद उनकी सभी मांगों को एक कलम से पूरा करने का काम किया जाएगा। इस मौके पर कृपाल सिंह वाल्मीकि, दिनेश पंडित, बलवीर बालगुहेर, होरेलाल, नानक खंडालिया, गुरुचरण खंडालिया, विनोद नैनसिंह, सोहनपाल, मुकेश वाल्मीकि, लीलूराम भगवाना, दलीप बहोत, दिलीप चंडालिया, रघुबीर चौटाला, वेदराम, ब्रहृमसिंह रजनी भाटिया, सुनीता सहित अनेकों कर्मचारी नेता मौजूद थे।