जल्द शुरू होगा जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के नए परिसर का निर्माण कार्य

0
325
Spread the love
Spread the love

फरीदाबाद, 17 दिसंबर – जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के दूसरे परिसर का निर्माण कार्य वर्ष 2023 में शुरू होने की संभावना है, जोकि फरीदाबाद जिले के गांव भांकरी में विकसित किया जायेगा।
यह जानकारी विश्वविद्यालय के दूसरे परिसर की परियोजना के कार्य की प्रगति पर चर्चा के लिए बड़खल विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा एवं कुलपति प्रो सुशील कुमार तोमर की अध्यक्षता में आयोजित एक समीक्षा बैठक में दी गई। बैठक में विश्वविद्यालय के दूसरे परिसर की परियोजना को लेकर विस्तार से चर्चा की गयी। इससे पहले श्रीमती सीमा त्रिखा ने विश्वविद्यालय में जगदीश चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया।

बैठक में अवगत करवाया गया कि 2009 में विश्वविद्यालय के रूप में अस्तित्व में आने के बाद से परिसर विस्तार विश्वविद्यालय की मांग रही है जिसे पूरा करते हुए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने वर्ष 2020 में जेसी बोस विश्वविद्यालय के विस्तार के लिए ग्राम भांकरी में नगर निगम फरीदाबाद की 18 एकड़ भूमि के आवंटन के मंजूरी प्रदान की थी। भूमि आवंटन की सभी औपचारिकताओं को पूरा किया जा चुका है लेकिन भूमि वनक्षेत्र के साथ सटे होने के कारण वन विभाग से अनापत्ति का मामला अभी भी विचाराधीन है जिस कारण निर्माण कार्य शुरू करने में कठिनाई आ रही है। इस पर श्रीमती सीमा त्रिखा ने संबंधित अधिकारियों से फ़ोन पर बात की।

विधायक श्रीमती सीमा त्रिखा ने कहा कि विश्वविद्यालय का दूसरा परिसर उनके विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है और इस परियोजना के विकास को लेकर वह लगातार अधिकारियों के संपर्क में है। उन्होंने उम्मीद जताई कि विश्वविद्यालय के दूसरे परिसर के निर्माण कार्य को शुरू करने में आ रही तकनीकी  कठिनाई को जल्द दूर कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि मई 2023 में विश्वविद्यालय के दूसरा परिसर का मुख्यमंत्री द्वारा शिलान्यास करवाने का लक्ष्य रखा गया है।
इस अवसर पर श्रीमती सीमा त्रिखा ने फरीदाबाद क्षेत्र के अन्य कॉलेजों की विश्वविद्यालय से संबद्धता को लेकर भी चर्चा की और कहा कि फरीदाबाद के सभी कॉलेजों की विश्वविद्यालय से संबद्धता होने से विद्यार्थियों और  उनके अभिभावकों को सुविधा होगी।

कुलपति प्रो तोमर ने कहा कि विश्वविद्यालय का आधार विज्ञान और प्रौद्योगिकी है और अनुसन्धान एवं  नवाचार को प्रोत्साहन देने पर ज्यादा फोकस है। विश्वविद्यालय बहुविषयक नए पाठ्यक्रम करने की योजना रखता है लेकिन जगह की कमी के कारण विश्वविद्यालय का प्रगति बाधित है। विश्वविद्यालय का नया परिसर विकसित होने के बाद सम्बद्धता एवं अन्य विषयों पर विचार किया जायेगा।

बैठक में कुलसचिव डॉ सुनील कुमार गर्ग, डीन इंस्टीटूशन प्रो संदीप ग्रोवर, प्रो पी आर शर्मा, अधीक्षण अभियंता श्री अजय तनेजा, अग्रवाल कॉलेज बल्लभगढ़ के प्राचार्य डॉ के के गुप्ता, और डॉ सतीश आहूजा भी उपस्थित थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here