Faridabad News, 16 Oct 2018 : आज एनएसयूआई फरीदाबाद ने अनिश्चितकालीन धरने के 72 वे दिन कक्षाओं में छात्र छात्राओं से संवाद करके अप्रत्यक्ष चुनाव को बहिस्कार करने की अपील की। इस दौरान कॉलेज के समस्त छात्र छात्राओं ने छात्र संवाद में अप्रत्यक्ष चुनाव का बहिष्कार करने का आश्वाशन भी दिया। छात्र संवाद एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री के नेतृत्व में किया गया।
कक्षाओं में छात्रों को सम्बोधित करते हुए कृष्ण अत्री ने कहा कि एनएसयूआई ने हमेशा छात्रों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी है। लेकिन तत्काल की खट्टर सरकार ने छात्रों के अधिकारों को अनदेखा करते हुए 1 कक्षा में से सिर्फ 1 सीआर को वोट डालने का अधिकार दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के अनुसार भी 18 वर्ष की आयु के बाद सभी को वोट डालने का अधिकार मिल जाता है लेकिन खट्टर सरकार भारतीय संविधान को अनदेखा करते हुए छात्र छात्राओं से वोट डालने का अधिकार छीन कर संविधान की मर्यादा का उल्लंघन कर रही है।
अत्री ने कहा कि खट्टर सरकार के अप्रत्यक्ष चुनाव कराने के तरीक़े को तमाम छात्रों ने सिरे से नकार दिया है तथा कॉलेजो में और दिनों की भांति छात्रों की संख्या में 60%-70% तक की गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो एबीवीपी देश मे सबसे बड़ा छात्र संगठन होने का दावा करती है और वहीं दूसरी तरफ पूरे सीआर ढूंढने में भी असमर्थ है तथा खट्टर सरकार के छात्रविरोधी फैसले का स्वागत करके अकेली चुनाव भी लड़ रही है।
अत्री ने कहा खट्टर सरकार और एबीवीपी के छात्रविरोधी चेहरे को एनएसयूआई छात्रों के बीच मे उजागर करेंगी तथा भविष्य में ऐसे संगठन से दूरी बनाएं रखने की अपील करेंगी।
इस मौके पर जिला मीडिया कोऑर्डिनेटर गुलशन कौशिक, आरिफ खान, अंकित गौड़, रवि रावत, रिंकू तेवतिया, विशाल कौशिक, विवेक, नवीन चौधरी, सूरज वर्मा, सदफ सिद्दीकी, बिंदु शर्मा आदि मौजूद थे।