February 22, 2025

जिले में कोरोना की रिकवरी दर काफी बढ़ी है : उपायुक्त यशपाल

0
203
Spread the love

Faridabad News, 29 July 2020 : उपायुक्त यशपाल ने कहा कि जिला में कोरोना की रिकवरी दर काफी बढ़ी है और अब मरीज जल्दी ठीक हो रहे हैं। पाॅजीटिविटी दर भी कम हुआ है तथा गंभीर मरीजों की संख्या में भी कमी आई है। मरीज डबल होने के दिनों में काफी बढ़ोतरी हुई है। इस हिसाब से आगामी दो सप्ताह के बाद इसके संक्रमण में काफी तेजी से गिरावट आने की उम्मीद है।

उपायुक्त बुधवार को लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित प्रेस कांफ्रंेस में यह जानकारी दे रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन कोरोना के खिलाफ पिछले चार महीने से निरंतर लड़ाई लड़ रहा है। इस लड़ाई में समाज के अनेक लोग मदद को आगे आए और सहयोग किया। जिला प्रशासन की तैयारियों व प्रबंधों की बदौलत जिला की परिस्थितियों को देखते हुए कोरोना के खिलाफ अब तक की लड़ाई काफी कारगर रही है और इसके संक्रमण को रोकने में बड़ी सफलता प्राप्त की है। इस जिला में स्लम एरिया, दिल्ली राज्य से काफी आबादी सटी होना तथा अधिक जनसंख्या होने के बावजूद संक्रमण को बड़े स्तर पर फैलने से रोका है। संक्रमण को रोकने का बड़ा कारण यह भी रहा कि जिला प्रशासन ने बार-बार डोर टू डोर सर्वे का कार्य किया। इस दौरान चार बार सर्वे किया गया, जिसमें स्क्रीनिंग कर मरीजों की पहचान की गई और समय पर उनका इलाज किया गया या फिर उन्हें होम क्वारेंटाइन किया गया। कांट्रैक्ट ट्रैसिंग कर अन्य लोगों को भी क्वारेंटाइन किया गया। जिला प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों की टीमें निरंतर लोगों के बीच रही और सराहनीय कार्य किया। जिला प्रशासन की ओर से आईईसी गतिविधियां चलाई गई तथा मीडिया ने भी बड़े स्तर पर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया। निरंतर सही सूचनाओं सेे जनता का भी आत्मविश्वास बढ़ा। जिला प्रशासन ने अपने सोशल एकांडट्स के माध्यम से भी निरंतर जनता को सही व समय पर जानकारी पहुंचाई।
उपायुक्त ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति स्वेच्छा से इस समय भी जिला प्रशासन की मदद को आगे आना चाहता है तो वह अपने एरिया में लोकल कमेटियों से जुड़ सकता है और अपना नंबर शेयर कर सकता है।

उपायुक्त ने कहा कि अभी कोरोना के लिए कोई दवा नहीं आई है, लेकिन प्लाज्मा थैरेपी से इलाज के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। ऐसे में ईएसआई अस्पताल में प्लाज्मा बैंक बनाया गया है। इस अस्पताल के अलावा अन्य किसी भी अस्पताल में प्लाज्मा डोनेट नहीं किया जा सकता है। प्लाज्मा डोनेट करने के कार्य में जिला रैडक्रास सोसायटी की ओर से प्लाज्मा बैंक टीम का सहयोग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोरोना से ठीक होने वाला मरीज नेगेटिव रिपोर्ट आने के 14 दिन बाद प्लाज्मा डोनेट कर सकता है। अब कोरोना से ठीक होने के बाद उन लोगों को प्लाज्मा डोनेट करने के लिए मोटिवेट किया जा रहा है। अब तक करीब 80 से अधिक लोगों ने प्लाज्मा डोनेट किया है। सरकारी अस्पतालों में दाखिल मरीजों को प्लाज्मा निशुल्क दिया जाता है तथा प्राइवेट में दाखिल मरीजों के लिए सरकार ने रेट निर्धारित किए हुए हैं।

इसके अलावा जिला में सेरोप्रवलेंस सर्वे किया गया, जिसमें 249 लोगों पर किए सर्वें में 41 लोग पाॅजीटिव मिले हैं। उन्होंने कहा कि अब आगामी दिनों में बड़े स्तर पर सेरोप्रवलेंस सर्वे यानी एंटी बाॅडी सर्वे किया जाएगा। शहर की बड़ी कालोनियों में पहले तथा बाद में सभी एरिया में लोगों को स्क्रीन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोविड मरीजों के लिए जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां व जरूरी प्रबंध पूरे कर लिए है। इसके तहत 10 हजार बेड की क्षमता की पूरी तैयारी है। इसके साथ ही आक्सीजन सिलेंडर व आक्सी मीटर की भी खरीद की गई है तथा खाने-पीने संबंधी इंतजाम पूरे किए गए हैं। जिला में विभिन्न स्थानों पर कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं, जिसमें उन लोगों को शिफ्ट किया जाता है, जिनके पास होम क्वारेंटाइन की सुविधा नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना इस जंग में जिला प्रशासन सही दिशा के कारण स्थिति बेहतर के साथ और बेहतर हो रही है। उपायुक्त ने पत्रकारों के सवाल पर बताया कि पहले कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट आने में समय लगता था, लेकिन अब एंटीजन टेस्ट के माध्मय से 15 मिनट के दौरान परिणाम का पता चल जाता है। उन्होंने बताया कि कोई भी अस्पताल या व्यक्ति सीधे रूप से प्लाज्मा डोनर को प्लाज्मा डोनेट करने के लिए संपर्क नहीं कर सकता, अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा मास्क न पहनने पर चालान किया जा रहा है तथा साथ ही पांच मास्क भी उसे दिए जा रहे हैं।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *