Faridabad News, 09 July 2019 : हरियाणा सरकार ने यदि 24 मई, 2018 के फैसलों को लागू नहीं किया तो, प्रदेश के पालिका, परिषदों एवं निगमों के 32 हजार कर्मचारी 25 जुलाई के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को विवश होंगे। इसका खामियाजा निकट भविष्य में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा को भुगतना पड़ेगा। यह चेतावनी नगर निगम मुख्यालय पर राज्यव्यापी आन्दोलन के तहत किए जाने वाले झाडू प्रदर्शन के लिए एकत्रित हुए कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश शास्त्री ने दी। श्री शास्त्री ने कहा कि पालिका, परिषदों व निगमों के कर्मचारियों की 9 मई से लगातार 16 दिन हड़ताल चली। हड़ताल के बाद सरकार ने 24 मई की तीन मंत्रियों की कमेटी बनाकर 24 मई को समझौता किया था। समझौते में सरकार ने विधानसभा के घोषणा पत्र में पालिका कर्मचारियों से किए हुए वायदों ठेका प्रथा समाप्त करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, एक्सग्रेसिया पॉलिसी बहाल करने, फायर के 1366 फायरमैनों एवं ड्राइवरों को नियम 2016 में ढील देकर समायोजित करने सहित अन्य कई मांगों पर सहमति बनी थी, लेकिन सरकार ने एक वर्ष बाद भी मानी गई मांगों को लागू नहीं किया है। उन्होंने कहा कि निगम कर्मचारी कल भी झाडू प्रदर्शन जारी रखेंगे तथा आगामी 17 जुलाई तक सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर उपायुक्तों के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित करेंगे। इसके अलावा 24 से 25 जुलाई तक 24 घंटे की भूख हड़ताल करेंगे। आज के प्रदर्शन का नेतृत्व नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश शास्त्री के अलावा संघ के उपमहासचिव सुनील चिंडालिया, राज्य उपप्रधान बृजवति, केन्द्रीय नेता कमला, जिला सचिव नानक खैरालिया, सफाई कर्मचारी यूनियन के वरिष्ठ उपप्रधान श्रीनन्द ढकोलिया, सीवरमैन यूनियन के प्रधान सुभाष, सैनिटेशन के प्रधान राजेन्द्र दहिया, ड्राइवर एसोसिएशन के प्रधान राम किशोर त्यागी एवं बेलदार एसोसिएशन के प्रधान विरेन्द्र आदि ने भाग लिया।