फरीदाबाद। मंझावली गुरुकुल के 25 वर्ष पूर्ण होने पर रजत जयंती उत्सव का आयोजन करना समाज में नई स्फूर्ति प्रदान करने जैसा है। यह बात तिगांव के विधायक राजेश नागर ने यहां कही।
नागर ने कहा कि आर्य समाज का देश की आजादी से पहले और बाद में भी संस्कृति को बचाने और बढ़ाने में बड़ा योगदान है। इस बात को नकारा नहीं जा सकता है आज भी आर्य समाज अपने गुरुकुलों के माध्यम से देश में संस्कृति का दीया जलाने में लगा हुआ है। इस कार्य में हम पूरी तरह से आपके साथ हैं।
विधायक राजेश नागर का यहां पहुंचने पर फूलमालाओं और पगड़ी बांधकर स्वागत किया गया और उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया नागर ने गुरुकुल के संस्थापक महंत स्वामी प्रणवानंद महाराज, आचार्य जय कुमार व अन्य सभी संतों एवं छात्रों को रजत जयंती वर्ष की बधाई दी। विधायक राजेश नागर ने कहा कि हम सभी के जीवन में एक गुरु का विशेष स्थान होता है। हम गुरु के बिना न कुछ कर सकते हैं न सीख सकते हैं। उन्होंने कहा कि अध्यात्म में तो सबकुछ गुरु ही हैं बल्कि भगवान से भी पहला स्थान गुरु को प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि गुरु के बिना कोई भी किसी लक्ष्य में सफलता प्राप्त नहीं कर सकता।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री विपुल गोयल भी सम्मिलित हुए गोयल ने कहा कि गुरु अपने शिष्य को फटकार लगाकर कठोर अनुशासन में रखता है लेकिन हृदय में प्रेम की भावना रखते हैं। वहीं शिष्य को भी यह समझना चाहिए कि गुरुजन उन्हें सज्जन और सुसंस्कृत बनाना चाहते हैं। इसमें उनका अपना कोई लालच नहीं है। इसलिए हमें अपने गुरु का सदैव ही आदर एवं स्तुति करनी चाहिए। विशिष्ट अतिथियों ने हरियाणा संस्कृत भारती के श्लोक उच्चारण कार्यक्रम में प्रथम स्थान हासिल करने वाली छात्रा को सम्मानित किया और जीवन में आगे बढऩे की प्रेरणा दी।
इस अवसर पर रुद्रसेन, मुकेश शास्त्री, स्वामी आर्यवेश, स्वामी चितेश्वरानंद, धर्मेंद्र कुमार, डॉक्टर रविन्द्र कुमार, गुरुकुल के छात्र एवं उनके अभिभावक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।