एसबीआई बैंक के कर्मचारी बन लोगों के साथ ठगी करने वाले गिरोह का साइबर थाना पुलिस टीम ने पर्दाफाश कर 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार

फरीदाबाद: पुलिस उपायुक्त नीतीश अग्रवाल द्वारा साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए साइबर अपराधियों पर लगाम लगाने के विशेष दिशा निर्देश के तहत कार्य करते हुए फरीदाबाद के पुलिस स्टेशन साइबर की टीम ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए 5 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों का नाम शिवम्, अभिषेक उर्फ गंजा, चंदन, रणजीत कुमार और विवेक कुमार है। आरोपी शिवम् स्थाई रुप से उत्तर प्रदेश के सम्भल जिले के गांव बबराला अस्थाई रुप से दिल्ली के तुडा मंडी नजफगढ़ का, आरोपी अभिषेक उर्फ गंजा स्थाई रुप से गुरुग्राम के गांव बादशाहपुर अस्थाई दिल्ली के ओल्ड नांगल का, आरोपी दिल्ली के चन्दन स्थाई रुप से बिहार के सीतामढ़ी जिले के गांव परसा महिंद का अस्थाई रुप से दिल्ली के तिलक नगर का, आरोपी रणजीत कुमार और विवेक कुमार स्थाई रुप से बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले है। साइबर थाना प्रबंधक बसंत कुमार की टीम ने पांचो आरोपियों को नजफगढ़(दिल्ली), सीतामढ़ी(बिहार) व मधुबनी (बिहार) से गिरफ्तार किया है। पांचो आरोपियो ने मिलकर साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है।
आरोपियों के खिलाफ फरीदाबाद के पुलिस स्टेशन साइबर में षड्यंत्र रचने तथा धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज है जिसमें आरोपियों ने बल्लबगढ़ के गांव गढ़ खेडा के रहने वाले सुनिल के क्रेडिट कार्ड से करीब 123000/- रुपए की धोखाधड़ी की वारदात को और बल्लभगढ़ के सेक्टर 2 में रहने वाले राजेंदर कुमार के साथ 1,00,998 रूपये की धोखाधड़ी कर हडपे की घटना को अंजाम दिया था।
पुलिस उपायुक्त नीतीश अग्रवाल के मार्गदर्शन में तुरंत कारवाई करते हुए पुलिस स्टेशन साइबर प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत के नेतृत्व में एसआई प्रवीन, एएसआई दीपक, श्योराज, हवलदार भूपेंदर, महिला मुख्य सिपाही अंजू, सिपाही आजाद, अमित, अंशुल कुमार की टीम गठित की गई जिन्होंने उक्त आरोपियों को तकनीकी व गुप्त सूत्रों की सहायता से गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी बहुत ही शातिर किस्म के अपराधी हैं। आरोपी जस्ट डायल से इंडसइंड क्रेडिट कार्ड धारकों का डाटा खरदते थे। क्रेडिट कार्ड पर ट्रांजैक्शन करने से क्रेडिट कार्ड से पर कुछ रीवार्ड प्वाइंट्स मिलते हैं जिन्हें कैशबैक या कोई अन्य सामान खरीदने के लिए उपयोग में लिया जा सकता है। इसी का फायदा उठाकर आरोपी क्रेडिट कार्ड धारकों को फर्जी लिंक भेजते थे और उन्हें रीवार्ड प्वाइंट्स को कैश करवाने का लुभावना ऑफर देते थे। आरोपी अपने कॉल सेंटर के जरिए ऑनलाईन कॉल करते थे जोकि INDY CALL APP की मदद् से कॉल की जाती है। INDY CALL APP के जरिए मनचाहे नंबर से कॉल की जा सकती है। कॉल SBI हेल्पलाईन नम्बर 39020202 से की जाती थी। कॉल करके लोगो गलत सूचना देते है कि आपके क्रेडिट कार्ड को ब्लाक किया गया है। आपके प्रिंटेड कार्ड को 3-4 दिन के अंदर जारी कर आपके एड्रेस पर भेज दिया जाएगा। जोकि हाई सिक्योरिटी के साथ उपलब्ध कराया जायेगा या फिर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पेर या EXPIRED रिवॉर्ड पॉइंट्स को RENEW करने के नाम पर क्रेडिट कार्ड धारक से क्रेडिट कार्ड की निजी जानकारी सांझा करने को बोलते जो बैंक की सॉल समझ कर कस्टमर अपनी निजी जानकारी जैसे कार्ड नम्बर, सीवीवी नम्बर,एक्सपायरी डेट को सांझा कर देते है। आरोपी पूरी जानकारी को क्रेडिट कार्ड की राशि को अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करते थे जिसका ओटीपी कार्ड धारक अधूरी जानकारी होने के कारण उपलब्ध करवा देता है।
उपरोक्त पांचो आरोपियों ने अपने फर्जी बैंक खातो में 18 से 20 लाख रूपये का लेन देन किया है आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि आरोपियों ने दिल्ली उत्तर प्रदेश, गुजरात और हरियाणा में साइबर फ्रॉड की वारदातों को अंजाम दिया हैं| इसके साथ ही आरोपियों ने फ़रीदाबाद के साइबर थाना में दर्ज के अन्य मुकदमे में बल्लभगढ़ के सेक्टर 2 में रहने वाले राजेंदर कुमार के साथ 1,00,998 रूपये की धोखाधड़ी कर हडपे है जिसमे आरोपियों से 29000 रूपये बरामद किए गए हैं| पांचो आरोपियों से 2 लैपटॉप,1 प्रिंटर, 7 फोन, 33 सिम कार्ड और 38000/- रुपए नगद बरामद कर, पांचो आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है|