Faridabad News, 10 July 2021 : “हम सभी चाहते है कि हम चुनौतियों का सामना कर रहे वंचित लोगों और उनके देखभाल करने वालों का समर्थन कर हमारी प्रार्थना से परे और अधिक करने के लिए ऊर्जावान हो”
हमारे देश की नितांत वास्तविकता यह है कि एक चौथाई भारतीयों के लिए, गरीबों, वंचितों, बुजुर्गों और समाज के बेघर वर्गों से, हर दिन भूख का दिन है जिसमें पर्याप्त भोजन या पोषण के लिए कोई साधन नहीं है । भूख से कुपोषण होता है जो बदले में लोगों को बीमारियों की संभावना छोड़ देता है । यह स्थिति बच्चों के संबंध में विशेष रूप से तकलीफदेह है क्योंकि भारत में तीन साल से छोटे सभी बच्चों में से आधे का वजन उनकी उम्र के लिए बहुत कम है ।
जबकि गरीबी उन्मूलन दीर्घकालिक लक्ष्य बना हुआ है, अंतरिम में अल्पकालिक लक्ष्य अच्छी तरह से करने वाले भारतीयों के संसाधनों का दोहन करना और भीड़ को खिलाना होगा ताकि कोई वयस्क या बच्चा भूखा बिस्तर पर न जाए । हम में से कई हमारे अपने आसान खर्च और हमारे चारों ओर व्यापक अभाव के बीच इसके विपरीत से चुभते हैं, लेकिन पता नहीं कैसे मदद करने के लिए आगे आये । इसलिए योग्य लोगों के बीच भूख का मुकाबला करने में मदद करके और एक प्रेरणा के रूप में सेवा करने के लिए डीएवीआईएम के रोटरेक्ट क्लब ने 10 जुलाई 2021 को रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद के प्रोजेक्ट फुलफिलमेंट 2.0 के तहत एक खाद्य दान अभियान “अन्नम-दानम” का आयोजन किया। इस दान अभियान का उद्देश्य गरीबों, जरूरतमंदों, वंचितों, बुजुर्गों और बेघरों को खाना खिलाना था। डीएवीआईएम की टीम ने सभी सोशल डिस्टेंसिंग मानकों के बाद पुलाव के १५० पैकेट, घर में पका हुआ खाना, पैक्ड खाने योग्य एनआईटी-3, दशहरा ग्राउंड, एनआईटी-5 और बानके बिहारी मंदिर के आसपास के इलाकों में दान किए ।
डीएवीआईएम की प्रिंसिपल डॉ. रितु गांधी अरोड़ा ने गरीबों की सेवा करने और समाज के उत्थान में योगदान देने के इस नेक विचार के साथ आगे आए इन युवा रोटरेक्ट टीम के प्रयासों की सराहना की।