Faridabad News, 18 Sep 2020 : नगर निगम आयुक्त द्वारा टैंकरों से पानी सप्लाई करने के मामले में बोरों पर लिए गए निर्णय उपरांत टैंकर से पानी सप्लाई करने वाले हड़ताल पर चले गए। इस हड़ताल का सीधा प्रभाव औद्योगिक संस्थानों पर पड़ा है। फरीदाबाद नगर निगम के पास तो पीने के पानी की सप्लाई पूरी करने की व्यवस्था नहीं है, ऐसे में उद्योगों को पानी की पूर्ति निगम करेगा, यह सोचना ही बेईमानी है। फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान बीआर भाटिया का कहना है कि औद्योगिक संस्थान कोरोना के कारण हुई तालाबंदी एवं बाजार में मांग ना होने से पहले ही लड़खड़ा रहे हैं, ऐसे में उनका पानी बंद कर देना गला घोटने के समान है।
श्री भाटिया का कहना है कि बोर कानूनी है कि गैरकानूनी, इस विवाद से परे वास्तविकता यह है कि दशकों से पानी की सप्लाई टैंकरों द्वारा हो रही है।
हालांकि यदि नगर निगम पानी की आपूर्ति करें तो वह औद्योगिक संस्थानों को काफी सस्ती पड़ती है, परंतु यह एक कड़वी सच्चाई है कि उद्योगों को पानी की सप्लाई नगर निगम के बस की बात नहीं। प्रवक्ता ने नगर निगम आयुक्त से इस संबंध में गंभीरता से पुनर्विचार करने की अपील की है।
श्री भाटिया के अनुसार उद्योग प्रबंधक टैंकरों से पानी नहीं मंगाना चाहते परंतु यह उनकी विवशता है कि पानी की आपूर्ति न होने के कारण उन्हें टैंकरों पर ही निर्भर रहना पड़ता है।
श्री भाटिया ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला जिनके पास उद्योग विभाग भी है से भी अपील की है कि इस समस्या का तुरंत समाधान कराएं।