Faridabad News, 13 April 2019 : सेक्टर 44 सूरजकुंड रोड स्थित श्री सिद्धदाता आश्रम में आज श्री राम नवमी बड़े ही जोरशोर के साथ मनाई गई। इस अवसर पर अधिष्ठाता स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने श्रीराम के दिव्य विग्रहों का अभिषे किया, जिसके बाद आयोजित विशाल शोभायात्रा में भी हजारों की संख्या में भागीदारी की।
यहां श्रीमद जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी ने बताया कि भगवान श्री राम का अवतार ऐसे समय में हुआ जब समाज में से मूल्यों का पतन होने लगा था। तब समाज लोभ, लालच, परस्त्री, व्यक्तिवाद आदि के चक्कर में फंस कर अपनों का ही बुरा करने लगा था। भगवान ने श्रीराम के रूप में अवतार लेकर मर्यादा को जीवन भर निबाह कर बताया कि सभी के लिए मर्यादा कितनी आवश्यक है। उन्होंने उस समाज के व्यक्ति से जो कहा वह आज भी प्रासंगिक है। उनके द्वारा एक ही समय में शबरी को भक्ति का पाठ पढ़ाया गया, सुग्रीव को उसके भाई के अत्याचार से मुक्त करवाया, परिवार में भाई प्रेम और माता पिता की आज्ञा पालन का ऐसा उदाहरण रखा कि आज भी लोग उनका ही उदाहरण देकर परिवार चलाने की बात कहते हैं। स्वामी पुरुरषोत्माचार्य जी ने बताया कि देखने में मर्यादा का पालन कठिन लगता है लेकिन जब आप परमात्मा के सहारे से ऐसा करने लगते हैं तो संबल अपने आप मिलने लगता है। उन्होंने हजारों लोगों को प्रसाद प्रदान किया।
इसके बाद आयोजित शोभायात्रा में हजारों लोगों ने शामिल होकर भगवान श्रीराम के जयघोष लगाए। इनमें सैकड़ों की संख्या में सौभाग्यवती महिलाओं ने कलश लेकर भी यात्रा पूर्ण की। इस दौरान ढोल नगाड़े, ताशे, गाजे बाजे के साथ भक्त थिरकते रहे।