faridabad News, 20 July 2019 : जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा नये अंडरग्रेजुएट विद्यार्थियों के लिए आयोजित इंडक्शन कार्यक्रम के चौथे दिन शिक्षा, सामाजिक एवं मीडिया जगत से जुड़े लोगों ने विद्यार्थियों के साथ संवाद किया और विद्यार्थियों के साथ राष्ट्र निर्माण व मीडिया की भूमिका जैसे विषयों पर खुलकर चर्चा की। कार्यक्रम का आयोजन विद्यार्थी कल्याण प्रकोष्ठ द्वारा विभिन्न विभागों के सहयोग से डिप्टी डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. सोनिया बंसल की देखरेख में किया जा रहा है। इस अवसर पर मानविकी विभाग के अध्यक्ष डॉ. अतुल मिश्रा भी उपस्थित थे।
दिन के पहले सत्र में आईओसीएल फरीदाबाद से गंगाशंकर मिश्रा, जोकि एक सामाजिक कार्यकर्ता है, ने विद्यार्थियों को समाज एवं राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
कृषि क्षेत्र में पत्रकारिता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार डॉ. सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने ‘पत्रकारिता में चुनौतियों’ पर अपने विचार रखे तथा विद्यार्थियों के साथ सीधा संवाद किया। उन्होंने आरक्षण, भ्रष्टाचार, शिक्षा और समाज निर्माण में मीडिया की भूमिका जैसे कई संवेदनशील मुद्दों पर विद्यार्थियों द्वारा पूछे गये सवालों के जवाब दिये। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए शुरूआत खुद से करनी होगी। जब तक हम खुद को बदलाव लाने में सक्षम नहीं होंगे, समाज को नहीं बदला जा सकता।
सत्र को वॉयस आफ फरीदाबाद के संपादक सौरभ भारद्वाज ने संबोधित करते हुए ‘स्मार्ट पीपल, स्मार्ट सिटी’ विषय पर चर्चा की और स्टार्ट सिटी की परिकल्पना में लोगों की भूमिका को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी की अवधारणा को धरातल पर लाने के लिए सबसे पहले लोगों को समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा और सोच को बदलना होगा। इस सत्र का संचालन मानविकी विभाग सहायक प्रोफेसर डॉ. सुभाष गोयल तथा प्रबंधन विभाग में सहायक प्रोफेसर सपना तनेजा ने किया।
इस अवसर पर थियेटर कलाकार अभिषेक ने विद्यार्थियों को पशु व पक्षियों की भिन्न-भिन्न आवाजों पर प्रस्तुति दी और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया, जिसे काफी सराहा गया।
दिन के दूसरे सत्र को बिट्स मिसरा के नोएडा कैंपस में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुपर्णा दत्ता ने संबोधित किया तथा विद्यार्थियों को अपनी क्षमताओं की पहचान करने तथा अवसरों का लाभ उठाने के लिए खुद को तैयार करने के लिए प्रेरित किया। विद्यार्थियों के साथ अपने अनुभव साझे करते हुए डॉ दत्ता ने कहा कि देश में तकनीकी एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहुंच के मामले में पूर्वोत्तर राज्यों की तुलना में एनसीआर क्षेत्र काफी संपन्न है और यहां के विद्यार्थी खुशकिस्मत है कि उन्हें उच्च कोटि की शिक्षा हासिल हो रही है, जिसका उन्हें लाभ उठाना चाहिए।
भारत सरकार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग में वैज्ञानिक एवं सीड डिविजन के अध्यक्ष रहे डॉ. चन्द्र मोहन ने विद्यार्थियों को खुद में नेतृत्व विकसित करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आज देश को अच्छे युवाओं की जरूरत है, जो विभिन्न क्षेत्र में देश का नेतृत्व करें। इसके लिए विद्यार्थियों को खुद को समय देना होगा और राष्ट्रहित में योगदान के लिए सोचना होगा।
दूसरे दिन विद्यार्थियों के साथ जाने माने प्रेरक वक्ता सचिन मेहता भीरूबरू हुए और विद्यार्थियों को खुद को प्रेरित करने के कुछ उपयोगी टिप्स दिये। उन्होंने बताया कि कैसे दृढ़ इच्छा शक्ति से जीवन में सफलता हासिल की जा सकती है।