फरीदाबाद 10 मई: आज साई धाम में यूनिचार्म इण्डिया से अकिंता और आईटू यू सोषल फाउंडेशन से अलिशा का आगमन हुआ और छात्राओं को निःशुल्क सेनिटरी नैपकीन वितरीत किये। साथ ही अंकिता ने सेनिटरी नैपकीन के लाभ समझाते हुए बतायाकि माहवारी प्राकृतिक प्रक्रिया है। ये चौकाने वाला आंकडा है कि भारत में मात्र 15 प्रतिशत लडकियां ही पैड का इस्तमाल करती हैं। गंदे कपडे के प्रयोग से कैंसर जैसी बीमारियां हो सकती हैं। साई धाम में संस्थापक अध्यक्ष डा. मोती लाल गुप्ता ने शिरडी साई बाबा स्कूल की छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहाकि कन्याओं को अच्छी से अच्छी शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए और अपने आस पड़ोस की लड़कियों को भी पढ़ाना चाहिए। उन्होंने छात्राओं के अभिभावकों से आवाहन किया कि बेटियों की शादी 21 वर्ष से पहले न करें क्योंकि कम उम्र में शरीर पूरी तरह से परिपक्व नहीं होता।
स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से महिला शक्ति को प्रदर्षित किया। साथ ही एक लघु नाटिका के माध्यम से मासिक धर्म से जुड़ी हुई भ्रांतियों के विषय में बताया। साई धाम द्वारा किये जा रहे कार्यों से प्रभावित होकर अलिषा ने कहा कि समाज को इस प्रकार की संस्थाओं की आवष्यकता है। साई धाम व डा. गुप्ता स्वयं में प्रेरणा के स्रोत हैं। हमारी संस्था साई धाम के साथ जुड़कर कार्य करेगाी और अन्य संस्थाओं को जोड़ने का प्रयास करेगी। कार्यक्रम में 300 स्कूली छात्राओं के साथ-साथ प्रधानाचार्या बीनू शर्मा व षिक्षिकाऐं भी शामिल रहीं। कार्यक्रम का संचालन आजाद षिवम दीक्षित ने सुचारू रूप से संचालन किया।