फरीदाबाद, 14 नवंबर। आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर पूरा देश “आजादी अमृत महोत्सव” व हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद अपने स्थापना वर्ष के 50 वर्ष पूरे होने पर स्वर्ण जयंती समारोह भी मना रहा है। हाल ही में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की तरफ से पूरे राज्य में राज्य स्तरीय बाल महोत्सव 2021 प्रतियोगिताओं का आयोजन बड़े हर्षोल्लास से किया गया है। इन प्रतियोगिताओं में पूरे प्रदेश भर से सरकारी गैर सरकारी स्कूलों के बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया व अपनी कला और काबिलियत का भी परिचय दिया।
14 नवंबर बाल दिवस के अवसर पर फरीदाबाद के जिला उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष जितेंद्र यादव ने जिले के सभी बच्चों को बाल दिवस की शुभकामनाएं दी। जिला उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला बाल कल्याण परिषद जितेंद्र यादव ने कहा कि बच्चे ही देश का भविष्य है और देश को एक नई पहचान व उड़ान सिर्फ और सिर्फ बच्चे ही दे सकते हैं। बच्चे भगवान का रूप होते हैं। जन्म से ही उनके अंदर एक कला व प्रतिभा छुपी होती है, जरूरत है बस उस कला व प्रतिभा को बाहर निकाल कर सभी के सामने लाने की। बच्चों को अपनी प्रतिभा व कला का प्रदर्शन करने के लिए जिला बाल कल्याण परिषद एक उचित व सही मंच प्रदान करने का कार्य कर रही है, जिससे होनहार व प्रतिभाशाली बच्चों को आगे जाने का मौका मिल सके। जिला बाल कल्याण परिषद के द्वारा बच्चों के हितों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां चलाई गई हैं। जिले में बाल परामर्श केंद्र खोले गए हैं, जहां मानसिक तनाव से जूझ रहे बच्चों को उचित परामर्श देकर मानसिक संतुलन बनाने का कार्य किया जाता है। साथ साथ जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा प्रारंभिक कक्षाएं, साईं कालीन कक्षाएं तथा स्पेशल बच्चों के लिए प्रयास स्कूल, नशा मुक्ति केंद्र, परिवार परामर्श केंद्र, स्पॉन्सरशिप कार्यक्रम, दत्तक ग्रहण, स्पेशल एडॉप्शन कार्यक्रम, कंप्यूटर केंद्र, क्राफ्ट केंद्र शिशु पालन केन्द्र, बाल पुस्तकालय, मॉडल डे केयर केंद्र आदि गतिविधियां चलाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि जिला बाल कल्याण परिषद बाल भिक्षावृत्ति, नशा व बाल श्रम पर पूर्ण अंकुश लगाने के लिए भी प्रयासरत है। बच्चे देश के भावी नागरिक हैं। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए समाज के समृद्ध और प्रबुद्ध वर्ग को साथ लेकर बाल कल्याण की गतिविधियों को आगे बढ़ाना होगा। इन योजनाओं और कार्यक्रमों को और आगे बढ़ाने से हम बच्चों के विकास के लिए और अधिक कार्य कर पाएंगे।