Faridabad News, 24 Dec 2020 : अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) और टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स इंडिया द्वारा जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नीलम दूहन को मुक्स पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए प्रशंसा प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है। डॉ. नीलम दूहन को यह सम्मान सरकार, शिक्षण संस्थान और उद्योग के बीच पारिस्थितिक तंत्र को बढ़ावा देते हुए मुक्स पाठ्यक्रमों को सफल बनाने के लिए दिया गया है।
प्रशंसा प्रमाण पत्र में उद्योग प्रायोजित पाठ्यक्रमों को विश्वविद्यालय में सफलतापूर्वक संचालित के लिए सरकारी स्वयं प्लेटफार्म, टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स और विश्वविद्यालय के बीच कड़ी के रूप में डाॅ. दूहन की भूमिका को सराहा गया है। इस पाठ्यक्रमों में एमएसपी430 के उपयोग के साथ आईटी एंबेडेड सिस्टम डिजाइन पर आधारित ऐसा ही एक मूक पाठ्यक्रम है, जिसमें विश्वविद्यालय द्वारा अभ्यार्थियों को कम क्षमता की आईटी माइक्रोकंट्रोलर किट वितरित की, जिसे इंडस्ट्री पार्टनर के रूप में टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स तथा एआईसीटीई द्वारा उपलब्ध करवाया गया था। विद्यार्थियों ने उद्योग के लिए जरूरी हार्डवेयर उपकरणों और प्रौद्योगिकी को सीखकर पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा किया।
डाॅ. दूहन को यह प्रमाण पत्र एआईसीटीई अध्यक्ष प्रो अनिल डी. सहस्रबुद्धे तथा टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स इंडिया में विश्वविद्यालय कार्यक्रम निदेशक श्री संजय श्रीवास्तव द्वारा प्रदान किया गया है। डॉ. नीलम दूहन विश्वविद्यालय में कंप्यूटर सेंटर और डिजिटल मामलों की निदेशक है। इसके साथ-साथ डाॅ. दूहन टीईक्यूआईपी-3 परियोजना में अकादमिक मामलों की नोडल अधिकारी तथा मुक्स प्लेटफार्म पर विश्वविद्यालय के लोकल चैप्टर की समन्वयक भी है।
इससे पहले, डाॅ. दूहन को प्रौद्योगिकी वर्धक लर्निंग पर आधारित राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपीटीईएल) के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए तीन बार सम्मानित किया जा चुका है। उनकी देखरेख में विश्वविद्यालय ने देश के 3500 से अधिक संस्थानों के बीच एनपीटीईएल पर दो बार उच्चतम ‘एएए’ ग्रेड हासिल किया।
कुलपति प्रो दिनेश कुमार ने विश्वविद्यालय में मुक्स पाठ्यक्रमों के सफल क्रियान्वयन के लिए डॉ. नीलम दूहन के योगदान की सराहना की है तथा उपलब्धि के लिए बधाई दी है। कुलपति ने विश्वविद्यालय को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की दिशा में कार्य योजना पर काम करने का आग्रह भी किया। उन्होंने आशा जताई कि आने वाले समय में विश्वविद्यालय और अधिक डिजिटल पहल के साथ राष्ट्रीय प्लेटफार्मों पर अपनी पहचान बनायेगा।
डीन एफआईसी तथा कंप्यूटर इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष प्रो. कोमल कुमार भाटिया तथा कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार गर्ग ने भी डॉ. नीलम दूहन को उनकी विश्वविद्यालय के लिए की गई पहल तथा पुरस्कार के लिए बधाई दी है।
डॉ. नीलम दूहन ने कहा कि विश्वविद्यालय कंप्यूटर सेंटर तथा डिजिटल मामलों की टीम विश्वविद्यालय में नेटवर्क कनेक्टिविटी (वायर्ड एंड वायरलेस), डीएलएमएस, एनएडी, डिजीलॉकर, डिजिटल क्लासरूम, एलसीएस, एफआईएमएस, डिजिटल नोटिस बोर्ड, मुक्स तथा अन्य आउटरीच कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए निरंतर रूप से कार्य कर रही है और उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन में आगे भी सफलता के नये आयाम स्थापित करेगी।