Faridabad News, 16 June 2020 : हर माता पिता की ख्वाईश होती है की उसके बेटे या बेटी का विवाह ऐसा भव्य हो जो लोगों में यादगार बनकर रह जाए। लेकिन कोरोना काल में ऐसे माता पिता की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। इनमें से अधिकतर ने तो जब तक कोरोना खत्म ना हो जाए तब तक शादी को टालना ही उचित समझा। लेकिन सेक्टर-16 के डॉ.ललित अग्रवाल व श्रीमति गीता अग्रवाल के बेटे डॉ. शतआयु और सेक्टर-19 के मुकेश गर्ग व श्रीमति बबीता गर्ग की बेटी डॉ. दिव्या ने ना केवल अपनी शादी सादगीपूर्ण तरीके की ब्लकि उसमें केन्द्र सरकार की गाईडलाईन का पूरी तरह से ध्यान रखा गया। वर-वधु परिवार की और से केवल 21-21 लोगों ने ही शादी में भाग लिया। वधु दिव्या की माता श्रीमति बबीता गर्ग और पिता मुकेश गर्ग ने सेक्टर-19 स्थित अपने निवास पर वर पक्ष के लोगों का स्वागत सैनीटाईज करके किया। दोनों पक्षों ने मास्क पहन रखे थे और शादी की सभी रस्मों में सोशल डिस्टैंस का खास ध्यान रखा गया था। वर के पिता डॉ.ललित अग्रवाल ने बताया कि शादी को सादगीपूर्ण तरीके से करने का फैसला हम दोनों परिवारों ने मिलकर लिया था लेकिन शताअु और दिव्या का इसमें बहुत बड़ा योगदान था जिन्हानें समझदारी दिखाते हुए केवल 21-21 लोगों की मौजूदगी में ही शादी करने का निर्णय लिया। डॉ.ललित अग्रवाल ने बताया कि इस समय पूरा देश कोरोना महामारी से लड़ाई लड़ रहा है ऐसे में हम सभी का भी कर्तव्य बनता है कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा कही गई बातों को अमल में लाएं। उन्होनें बताया कि शादी में केन्द्र सरकार की गाईडलाइन को पूरी तरह से अमल में लाया गया। वधु के पिता मुकेश गर्ग ने बताया कि हमने अपनी बेटी की शादी बड़े ही भव्य तरीके से करना का निर्णय लिया था लेकिन लॉकडाऊन के चलते ऐसा नहीं हो पाया। अखिर में अनलॉक-1 शुरू होने पर दिव्या और शतायु दोनों ने मिलकर बहुत ही अच्छा और सुलझा हुआ फैसला लिया सादगीपूर्ण तरीके से शादी करने का जिससे हम सभी बहुत खुश हुए। मुकेश गर्ग ने बताया कि मुझे अपनी बेटी दिव्या और दामाद शतायु पर गर्व है जिन्होनें देश पर आए कोरोना संकट को ध्यान में रखते हुए ऐसे शादी कर समाज व अन्य लोगों के लिए भी एक मिसाल पेश की है।